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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
Bareilly में झुमका तिराहे से इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी तक बनने वाली 30 किमी लंबी रिंग रोड के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। आरपी इंफ्रावेंचर प्राइवेट लिमिटेड को रिंग रोड निर्माण का ठेका मिला है। कंपनी 824 करोड़ की लागत से रिंग रोड का निर्माण करेंगी, जबकि एनएचएआई अधिग्रहण पर 863 करोड़ रुपये खर्च करेगा। हालांकि जब तक 80 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण नहीं होता जाता कंपनी निर्माण नहीं शुरू करेगी, ऐसे में अक्तूबर-नवंबर तक निर्माण शुरू होने का अनुमान है।
झुमका तिराहे से इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी तक बनने वाली इस तीस किमी लंबे रिंग रोड से बरेली शहर पर ट्रैफिक का दबाव कम हो गया। इससे बदायूं की आरे से दिल्ली और लखनऊ की तरफ आने और जाने वाला ट्रैफिक बाहर ही बाहर निकल सकेगा। रिंग रोड निर्माण के लिए 16 फर्मों ने टेंडर डाले थे, इनमें आरपी इंफ्रावेंचर ने सबसे कम का टेंडर डाला था इसलिए उसे यह ठेका दिया गया है। कंपनी 824 करोड़ से रिंग रोड का निर्माण करेगी।
एनएचएआई के परियोजना प्रबंधक प्रशांत दुबे के मुताबिक रिंग रोड की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्दी ही निर्माण शुरू कराने की तैयारी है। 80 प्रतिशत जमीन अधिग्रहित होते ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के काम में तेजी आई है। अक्तूबर-नवंबर में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
पिछले महीने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लखनऊ में कार्यक्रम के दौरान बरेली में रिंग रोड को मंजूरी दिए जाने की बात कही थी। केंद्रीय मंत्री की घोषणा के बाद रिंग रोड निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई गई। टेंडर प्रक्रिया पूरी कर कार्यदायी संस्था का चयन किया गया। हालांकि जमीन अधिग्रहण की धीमी रफ्तार की वजह से इसका निर्माण कार्य नवंबर से पहले शुरू नहीं हो पाएगा।
बताते हैं कि जब तक 80 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण नहीं हो जाता कंपनी काम शुरू नहीं कर पाएगी लेकिन अभी तक एक-दो प्रतिशत भूमि का ही अधिग्रहण हो पाया है। मंत्री के एलान के बाद धीमी रफ्तार से चल रही जमीन अधिग्रहण के कार्य में भी तेजी आई है। मुआवजा बांटने के साथ ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अगर कोई रोड़ा नहीं अटका तो नवंबर तक काम शुरू होने की उम्मीद है।
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