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दरगाह पर पहलगाम आतंकी हमले की निंदा, आतंकवाद के खात्मे के लिए दुआ

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर किए गए कायराना हमले की दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह पर कड़ी निंदा की गई।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले की दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह पर गहरी निंदा की गई। इस दौरान देश की अखंडता और शांति के लिए विशेष दुआ की गई। दरगाह पर मौजूद उलेमाओं और जायरीनों ने इस हमले को अमानवीय और कायराना कृत्य करार देते हुए कहा कि ऐसे हिंसक कृत्य समाज में डर और विभाजन फैलाने का प्रयास हैं। उन्होंने आतंकवाद के खात्मे और घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए भी विशेष प्रार्थना की। उल्लेखनीय है कि इस भीषण हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और अनेक लोग गंभीर रूप से घायल हुए।

आतंकवादियों को सरेआम सजा देने की उठी मांग: पम्मी ख़ाँ वारसी

इस अवसर पर समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने कहा कि दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला करके निर्दोष लोगों की हत्या की है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि आतंकवादियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए और ऐसे आतंकवादियों को सरेआम गोलियों से मौत के घाट उतारा जाए, जैसे इन दहशतगर्दों ने निर्दोष पर्यटकों को मारा है। उन्होंने 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया, जिसमें सीआरपीएफ के 47 जवान शहीद हुए थे और कहा कि इन आतंकवादियों का अंत जरूरी है ताकि हमारे जवानों को भी इंसाफ मिल सके।

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सूफी वसीम मियाँ ने आतंकवाद के खिलाफ स्थायी शांति की अपील की, दरगाह पर की विशेष दुआ

दरगाह खादिम हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने पहलगाम में हुई आतंकी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकियों के साथ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद देश की एकता, अखंडता और शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है, जिसे बलपूर्वक कुचलना आवश्यक है। दरगाह पर उन्होंने आतंकवाद के समूल नाश के लिए विशेष दुआ भी की। वहीं, सूफी वसीम मियाँ ने भी इस अमानवीय कृत्य पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि आतंकवाद का अंत केवल न्याय नहीं, बल्कि देश में स्थायी शांति और सौहार्द की स्थापना के लिए अनिवार्य है।

इस मौके पर शाने अली, वसीम मियाँ, मौलाना हसन रज़ा, इकवाल कुरैशी, नईम खान, रिज़वान साबरी, नन्ना मियाँ, आसिम कुरैशी, कासिम, हसनैन, सलीम, शमशाद आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे, जिन्होंने एक स्वर में इस आतंकी हमले की निंदा की और आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता का संदेश दिया।

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