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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। बिथरी चैनपुर थाना पुलिस ने पीएसी के सिपाही रवि कुमार की पत्नी मीनू उर्फ मीना की हत्या का शुक्रवार को खुलासा कर दिया। सिपाही ने अपनी पत्नी को मारने के लिए 3 लाख रुपये में सुपारी मोहनपुर ठिरिया में दुकान चलाने वाले डेंटर को दी थी सिपाही पत्नी को प्लाट दिखाने के बहाना करके घर से ले गया था। जहां डेंटर और एंबुलेंस के नर्सिंग असिस्टेंट ने जहरीले इंजेक्शन लगाकर मीनू की हत्या कर दी और उसके जेवर लेकर फरार हो गए। पुलिस ने सिपाही समेत तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस लाइन में शुक्रवार को प्रेसवार्ता के दौरान एसपी देहात उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि रामपुर जिले के थाना शहजादनगर के गांव बकनौरी निवासी जगदीश ने बिथरी चैनपुर थाने में अपनी बेटी मीनू उर्फ मीना की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें मीनू के पति रवि कुमार को नामजद किया गया था। रवि रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र के सियारी गांव का रहने वाला है। रवि और मीनू की शादी साल 2015 में हुई थी। वर्ष 2018 में रवि पीएसी की आठवीं बटालियन में सिपाही पद पर भर्ती हुआ। रवि पत्नी और तीनों बेटियों के साथ बरेली में सरकारी आवास में रहता था।
एसपी देहात ने बताया कि रवि को पत्नी मीनू पर भूत-प्रेत का साया होने का शक था। वह मीनू का इलाज कराते-कराते परेशान हो गया था। इसी दौरान रवि के प्रेम संबंध एक महिला से हो गए। उससे शादी करने के लिए रवि ने पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
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सिपाही रवि ने अपनी कार ठिरिया मोहनपुर में डेंटर शानू से ठीक कराई थी। तभी दोनों की जान पहचान हुई। शानू पहले भी एक बार जेल जा चुका है। रवि ने अपनी पत्नी के बारे में शानू को बताया। शानू के हामी भरने पर मीनू की हत्या करने के लिए तीन लाख रुपये मे सौदा तय हुआ। फिर शानू ने अपने जानने वाले जतिन को योजना में शामिल किया। जतिन वेंटिलेटर वाली प्राइवेट एंबुलेंस में नर्सिंग असिस्टेंट का काम करता था।
शानू से प्लानिंग के दौरान जतिन ने कहा कि गोली मारने या अन्य तरीके से हत्या करने पर फंसने का चांस ज्यादा रहता है। वह ऐसे इंजेक्शन जानता है, जिनके लगाने से किसी भी स्वस्थ्य व्यक्ति की कार्डियेक अरेस्ट से मृत्यु हो जाती है, और मेडिकल रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी नहीं होती है।
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योजना के मुताबिक 22 फरवरी को रवि प्लाट दिखाने का बहाना करके पत्नी मीनू को घर से फरीदपुर इलाके में ले गया। वहां शानू और जतिन प्लाट बेचने वाले बनकर पहले से मौजूद थे। रवि ने प्लॉट देखने जाने का बहाना करके उन दोनों को अपनी कार में पीछे की सीट पर बैठा लिया। चलती कार में शानू ने पीछे से मीनू के दोनों हाथ पकड़ लिए और आगे वाली दोनों सीटों के बीच जकड़ लिया। जतिन ने अलग-अलग सात जहरीले इंजेक्शन मीनू की गर्दन और उसके आसपास लगाए, जिससे उसकी मौत हो गई।
मीनू के दम तोड़ते ही शानू ने उसके सारे जेवर उतार लिए, जिससे हत्या को लूट में बदला जा सके। कार से उतरने के बाद शानू और जतिन एक बाइक पर बैठकर चले गए। रवि ने कार रोड किनारे खड़ी की और उसमें पत्नी की लाश छोड़ खूद पड़ोस में लिप्टिस की बगिया में जाकर लेट गया। वहीं से अपने दोस्त संजय सैनी को फोन किया और अपने साथ मारपीट एवं लूट होने की सूचना दी।
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पुलिस ने घटना का खुलासा करने के बाद बृहस्पितवार 27 फरवरी को बिथरी चैनपुर पुल के नीचे तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें सिपाही रवि कुमार, बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर खजुरिया निवासी डेंटर शानू पुत्र शकील और प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मोधोबाड़ी निवासी जतिन पुत्र जितेंद्र पाल सिंह हैं। उनके पास मीनू के लूटे जेवर, घटना में प्रयुक्त बाइक, कार और जहरीले इंजेक्शन के पैकेट बरामद हुए। घटना का खुलासा करने और अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अभिषेक कुमार और अपराध निरीक्षक वेद सिंह शामिल रहे।