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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बरेली। क्रूर माने जाने वाले मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करने पर छुपा देता अबू आदमी के खिलाफ बरेली में भी बयान बाजी तेज हो गई है। साईं मंदिर के महंत पंडित सुशील पाठक ने अबू आजमी पर देश द्रोह का मुकदमा दर्ज कर उनकी महाराष्ट्र विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने की मांग की है।
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पंडित सुशील पाठक बोले,विधानसभा की सदस्यता रद्द करे महाराष्ट्र सरकार
अपने एक वीडियो संदेश में पंडित सुशील पाठक ने कहा कि महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी ने मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ में जो कसीदे पढ़े हैं ।वह बेहद ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब एक क्रूर शासक था। जिसने सनातनी हिंदुओं पर भारी अत्याचार किया। ऐसी क्रूर शासक की तारीफ करना देश द्रोह की तरह है। महाराष्ट्र सरकार ने सपा विधायक के खिलाफ कार्यवाही की है। अबू आजमी को पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है। मगर यह पर्याप्त नहीं है। अबू आजमी की विधानसभा सदस्यता रद्द की जाए। साथ ही उन पर देश द्रोह का मुकदमा दर्ज हो।
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पंडित सुशील पाठक ने कहा कि औरंगजेब ने अपने शासनकाल में बड़ी संख्या में हिंदुओं की हत्या की थी। ब्राम्हणों के जनेऊ जलवाए थे। सैकड़ों मंदिरों को तोड़ा था। ऐसे व्यक्ति की तारीफ करना देश द्रोह है। ऐसे में सपा विधायक अबू आजमी की सदस्यता रद्द कर उनके खिलाफ देश द्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
मौलाना शहाबुद्दीन पर भी साधा निशाना
साई मन्दिर के सर्वेरकार पंडित सुशील पाठक ने कहा कि अबू आजमी के बयान का समर्थन करने वाले मुल्ला मौलवियों के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए। पाठक ने कहा कि औरंगजेब जैसे क्रूर शासकों के पक्ष मे बयानबाजी करने वालों पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर तारीफ करनी है तो अशफाक उल्ला खां की करो। उन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।
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जाने क्या है विवाद
अबू आजमी ने महाराष्ट्र विधानसभा के सदन में कहा था कि औरंगजेब के बारे में हमें गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए हैं। मैं उसे क्रूर शासक नहीं मानता। छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच धार्मिक नहीं बल्कि सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ाई थी। अगर कोई कहता है कि यह लड़ाई हिंदू और मुसलमान को लेकर थी, तो मैं इस पर विश्वास नहीं करता।