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नकली करेंसी के धंधे का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार, 51400 के नकली नोट बरामद

बरेली के थाना फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने नकली नोटों का धंधा करने वाले के गिरोह का भंडाफोड़ कर दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी 100-100 के नकली नोट बाजार में खपाने जा रहे थे।

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Sanjay Shrivastav
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

बरेली। बरेली के थाना फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने नकली नोटों का धंधा करने वाले के गिरोह का भंडाफोड़ कर दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी 100-100 के नकली नोट बाजार में खपाने जा रहे थे। पकड़े गए तस्करों के पास 51 हजार 400 के नकली नोट बरामद हुए। बरेली पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

एसपी नार्थ मुकेश चन्द्र मिश्रा ने बताया कि फतेहगंज पश्चिमी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो युवक नकली नोटों की सप्लाई करने जा रहे हैं। इस पर पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई और घेरेबंदी कर दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास 100-100 रुपये के 514 नकली नोट मिले। 

तस्करों में एक फतेहगंज पश्चिमी और दूसरा भोजीपुरा इलाके का

एसपी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मोहम्मद यामीन पुत्र मोहम्मद शफी उर्फ कल्लू निवासी ग्राम टिटौली थाना फतेहगंज पश्चिमी और अनमोल गुप्ता पुत्र विनोद गुप्ता निवासी धौंरा-टांडा कस्बे के मोहल्ला बजरिया थाना भोजीपुरा है। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वह नकली नोट छोटे दुकानदारों और स्थानीय बाजारों में चलाने की योजना बना रहे थे।

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30 हजार रुपये के बदले लेते थे 01 लाख के नकली नोट

पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी नकली नोट जगन्नाथपुर थाना भोजीपुरा निवासी डंपी पुत्र शब्बीर से लेते थे। वह 30 हजार रुपये के बदले 01 लाख के नकली नोट देता है। हालांकि डंपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह गिरोह लंबे समय से नकरी नोटों की तस्करी कर रहा था।

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छोटे दुकानदारों और साप्ताहिक बाजारों में खपाए जाते हैं नकली नोट

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे ज्यादातर नकली नोट छोटे दुकानदारों, ठेले-खोमचे वालों और ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली बाजारों में खपाते थे। छोटे और ग्रामीण बाजारों में दुकानदार नकली नोटों की जल्दी पहचान नहीं कर पाते हैं, जिससे उन्हें ठगना आसान होता है।

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गिरोह का सरगना डंपी फरार, तलाश में जुटी पुलिस

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि गैंग का सरगना डंपी है, जो अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह से और कौन-कौन लोग जुड़े हैं। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि नकली नोटों की छपाई कहां होती है। 

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बाजारों में भीड़ होने पर आसानी से चल जाते हैं नकली नोट

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि त्योहारों पर बाजार में भीड़ होती है। भीड़ के बीच नकली नोट चलाना आसान होता है। होली का त्योहार नजदीक है। इसीलिए वे नकली नोटों को बाजार में खपाने जा रहे थे। एसपी नार्थ मुकेश मिश्रा ने लोगों से अपील की है कि त्योहार पर बाजार जाते समय बेहद होशियार रहें। जरा सी लापरवाही करने पर कोई भी आपको चूना लगा सकता है।

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