/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/09/7REGEHTIBRTUv07FaVwu.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली। दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत हासिल हुई। भाजपा की चुनावी रणनीति ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को चारो खाने चित्त कर दिया। भाजपा की इस प्रचंड जीत में बरेली के निवर्तमान विधायक राजेश कुमार मिश्रा पप्पू भरतौल की भी अहम भूमिका रही। भरतौल ने दिल्ली चुनाव के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह औरअसम के भाजपा प्रभारी हरीश द्विवेदी के साथ 20 दिन तक वहां डेरा जमाए रखा। चुनाव प्रचार के दौरान उनकी टीम ने 51 सीटों पर जीत की रणनीति बनाई। उनमें से भाजपा 48 विधानसभा सीटें जीत गईं। भाजपा की सरकार बनने के बाद पप्पू भरतौल को दिल्ली से भी बधाई मिल रही है।
दिल्ली में भाजपा की 27 साल बाद सत्ता में वापसी हुई है। भाजपा को 48 सीटों के साथ सरकार बनाने के लिए प्रचंड बहुमत मिला है। वैसे तो भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तगड़ी व्यूह रचना की थी। उत्तर प्रदेश और बिहार के मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा नेतृत्व ने गोपनीय तरीके से केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और असम प्रभारी हरीश द्विवेदी की अगुवाई में वर्तमान विधायकों राज्य सरकार के मंत्रियों और पूर्व विधायकों की एक टीम बनाई थी।
इसे भी पढ़ें-मनुष्य वही जिसके विचार शुद्ध हों और पाप-पुण्य को पहचाने
इस टीम में बरेली से भाजपा के निवर्तमान विधायक राजेश कुमार मिश्रा पप्पू भरतौल भी थे। भाजपा की इस टीम ने दिल्ली की 51 सीटों पर चुनाव जीतने की रणनीति बनाई। इसके तहत ब्राम्हण, वैश्य, पिछड़े वर्ग, अनूसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा की इस 15 सदस्यीय टीम ने दिल्ली में भाजपा के बूथ और मण्डल स्तर के कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। प्रत्येक बूथ पर 50 से 100 वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया।
इसे भी पढ़ें-सीएम ग्रिड परियोजना : 24 मीटर चौड़ी सड़क बनाने के लिए आठ कोठियां होंगी ध्वस्त
20 दिन तक भाजपा की इस टीम ने दिन और रात में गोपनीय बैठकें करके भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया। बड़ी संख्या में उपेक्षित कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी में जाकर भोजन किया। इससे गरीब वर्ग का मतदाता भाजपा के पक्ष में तेजी से जुड़ा। पिछ्ले विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा को लगभग 37% वोट मिले थे तो वही इस बार भाजपा का मत प्रतिशत बढ़कर 45 से अधिक पहुंच गया। नतीजा, भाजपा ने आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त देकर दिल्ली में अपनी सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त किया।
इसे भी पढ़ें-मैथिल ब्राह्मण महासभा भारत की और से लगा युवा स्वरोजगार मेला
भाजपा की उत्तर प्रदेश और बिहार से दिल्ली पहुंची इस विशेष टीम ने आम आदमी पार्टी को नेस्तनाबूद करने के लिए दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी, मलिन बस्ती समेत गली और नुक्कड़ पर चुनाव प्रचार करके भाजपा को जमीनी स्तर पर मजबूर बनाया। इसका नतीजा यह निकला कि झुग्गी झोपड़ी का जो गरीब मतदाता पिछले चुनाव तक आम आदमी पार्टी के पक्ष में वोट दे रहा था, उसी मतदाता ने इस बार भाजपा के पक्ष में लामबंद होकर मतदान किया। भाजपा का 8% वोट बढ़ने और आप आदमी पार्टी का इतना ही वोट कम होने से दिल्ली में कमल खिल उठा। कुल मिलाकर दिल्ली में भाजपा का कमल खिलाने में बरेली ने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।