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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। परसाखेड़ा स्थित नेमानी पैनल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक के साथ 60.76 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस घोटाले में एचएस ट्रेडर्स के संचालक मोहम्मद बाबू, अंकित गोयल, और कंपनी के कर्मचारी प्रियम गुप्ता के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं। जीएसटी विभाग की जांच में सामने आया कि एचएस ट्रेडर्स नाम की फर्जी फर्म के जरिए यश अग्रवाल की कंपनी कोर विनियर खरीद रही थी, जबकि यह कंपनी जीएसटी पोर्टल पर सक्रिय नहीं थी और फर्जी बिल जारी कर रही थी।
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बिहार के हसनपुर वार्ड नंबर-3 निवासी यश अग्रवाल, जो सीबीगंज के परसाखेड़ा रोड नंबर-6 स्थित नेमानी पैनल्स प्रा. लि. के प्रबंधक हैं, उनकी कंपनी अंकित गोयल की फर्म मैग्न से कोर विनियर खरीदती थी। आरोप है कि लखनऊ की एचएस ट्रेडर्स (ब्रांच सीतापुर), जिसे मोहम्मद बाबू संचालित कर रहे थे, ने फर्जी जीएसटी बिल और कृषि उत्पाद मंडी समिति के नकली गेट पास जारी किए। इस घोटाले में कंपनी के कर्मचारी प्रियम गुप्ता की भी संलिप्तता सामने आई है। जीएसटी विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ कि एचएस ट्रेडर्स वर्किंग स्थिति में नहीं थी और फर्जी बिलों के जरिए टैक्स चोरी की जा रही थी। इस घोटाले के उजागर होने के बाद यश अग्रवाल को 60 लाख 76 हजार 300 रुपये की राशि भरनी पड़ी।
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इस मामले में फर्जी जीएसटी नंबर का इस्तेमाल कर बिल जारी किए गए, कृषि उत्पादन मंडी समिति के फर्जी गेट पास बनाए गए और करोड़ों रुपये के लेन-देन में टैक्स चोरी की गई। जब इस घोटाले का पता चला, तो यश अग्रवाल ने एसएसपी अनुराग आर्य से लिखित शिकायत की। शिकायत के आधार पर सीबीगंज पुलिस ने अंकित गोयल, मोहम्मद बाबू और प्रियम गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों की भूमिका की विस्तृत पड़ताल की जा रही है।