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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। बरेली के इज्जतनगर स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में पांच दिवसीय शूकर पालन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिक तरीके से शूकर पालन के बारे में बताया गया। वक्ताओं ने बताया कि अगर वैज्ञानिक तरीके से शूकर पालन किया जाए तो यह व्यवसाय काफी लाभकारी है।
कार्यक्रम भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन केन्द्र एवं पशुधन उत्पादन और प्रबंधन अनुभाग की ओर से आयोजित पांच दिवसीय शूकर पालन कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हुआ। इसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 30 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
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समापन अवसर पर संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ रूपसी तिवारी ने कहा कि इन पांच दिनों में जो वैज्ञानिक तरीके से शूकर पालन के बारे में बताया गया, उसी तरह से शूकर पालन करें। उन्होंने कहा कि शूकर पालन से संबंधित जानकारी को अपने साथियों के साथ साझा करें, जिससे अधिक से अधिक लोग इस व्यवसाय को अपना सकें। उन्होंने इस अवसर पर एबीआई परियोजना के प्रधान अन्वेषक डाॅ. बबलू कुमार, शूकर फार्म प्रभारी डाॅ. अमित कुमार तथा इससे जुड़े लोगों को प्रशिक्षण के सफल संचालन की बधाई दी।
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समूह बनाकर आपस में चर्चा करें पशु पालक
एबीआई परियोजना के प्रधान अन्वेषक डाॅ. बबलू कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि शूकर पालन से संबंधितजो भी समस्याएं होंगी उनको दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शूकर उत्पादन के क्षेत्र में कौशल विकास द्वारा उद्यमिता विकास कर सकते हैं। इसके लिए आपस में समूह बनाकर चर्चा करें। इस अवसर पर शूकर फार्म प्रभारी डाॅ. अमित कुमार, डॉ. मिथलेश कुमार सिंह और एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन केंद्र के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।