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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
भारत पाकिस्तान विवाद में उलमा काउंसिल पाकिस्तान के ऐलान पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी भड़क उठे। कडे शब्दों में चेतावनी देते हुए मौलाना ने कहा कि भारत का मुसलमान यहां के तमाम धार्मिक लोगों के साथ मिल जुल कर रहता है। उलमा काउंसिल पाकिस्तान की गिदड़ भभकी जैसी धमकियों से भारत का मुसलमान प्रभावित होने वाला नहीं है। और कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा है, कुछ सालों में वहां आतंकवादी गतविधिया बहुत कम हुई है। भारत सरकार ने कश्मीरी अवाम के साथ स्वाहारदपूण माहौल में वार्ता का सिलसिला जारी रखा। इसी वजह से कश्मीर की अवाम ने खुब सहियोग भी किया। यही वजह है कि आज कश्मीर की जनता अम्न व शांति चाहती है। आतंकवाद से उब चुके हैं, शांति के रास्ते पर चल रहे हैं।
मौलाना बरेलवी ने भारत के तमाम मुसलमानो और खास तौर पर मस्जिद के इमामों से अपील की है, कि जुमे की नमाज के बाद सामूहिक तौर पर देश की एकता और अखंडता, और दुश्मनो को जेर करने के लिए "दुआ" का एहतमाम करें। जुमे के दिन को "यौमे दुआ" के तौर पर मनाएं। इमाम अपनी तकरीरों के माध्यम से आतंकवाद के खिलाफ अवाम को बताएं, और ये भी बताएं कि भारत की इस मुश्किल घड़ी में दुश्मन का मुकाबला करने के लिए एक जुट रहे। हिन्दू और मुसलमानो के दरमियान दरार डालने वाले लोगों के बहकावे में न आएं।
दरासल मौलाना का ये बयान पाकिस्तान की उलेमा काउंसिल के संदर्भ में आया। जिसमें पाकिस्तान उलमा काउंसिल ने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि न इस जुम्मे को पाक्सितान की सभी मस्जिदों से भारत के खिलाफ एकजुटता का ऐलान होगा। और कश्मीर को ग़ज़ा नहीं बनने दिया जाएगा, फलीस्तीन पाकिस्तान से दूर है पर कश्मीर हमारे पास है।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान उलमा काउंसिल को हम मुंह तोड जवाब देना जानते हैं। भारत के उलमा और आम मुसलमान भारत के साथ मजबूमी से खड़े हैं और भाविष्य में भी खड़े रहेंगे। पाकिस्तानी संगठन के बहकावे और उकसाने वाली बातों में कोई आने वाला नहीं, इस घटिया मानसिकता को समाप्त करना होगा। हम आतंकवाद जैसी बड़ी बिमारी के खिलाफ जंग लड रहे हैं और जित हमारी ही होगी।