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बरेली, वाईबीएन सवांददाता
पेट्रोल पंप में पार्टनर बनाने का झांसा देकर बरेली के थाना इज्जतनगर क्षेत्र की सेन्ट्रल स्टेट आशापुरम कॉलोनी निवासी दंपती से तीन लोगों ने मिलकर 35 लाख रुपये ऐंठ लिए। आरोपियों में शाहजहांपुर के निगोही स्थित मैसर्स ओम धनदाय फिलिंग स्टेशन के मालिक वीरेंद्र पाल सिंह और इंडियन ऑयल कारपोरेशन के दो कर्मचारी शामिल हैं। तीनों के खिलाफ बरेली के इज्जतनगर थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
पीड़ित रीना सिंह पत्नी कृष्णपाल सिंह गांव बांसखेडा खुर्द तहसील जलालाबाद जिला शाहजहांपुर की मूल निवासी हैं। पिछले करीब चार सालों से वह बरेली के थाना इज्जतनगर क्षेत्र में स्थित सेन्ट्रल स्टेट आशापुरम कॉलोनी में परिवार सहित रह रही हैं। रीना सिंह के मुताबिक जून 2022 में शाहजहांपुर के मदनापुर स्थित एक पेट्रोल पंप पर उनकी मुलाकात इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में तैनात अनुज कुमार और मधु सारथी से हुई थी। बातचीत के दौरान उन दोनों निगोही स्थित मैसर्स ओम धनदाय फिलिंग स्टेशन की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी दिलाने की बात की थी।
रीना सिंह के अनुसार जून 2022 में उन्हें अनुज कुमार और मधु सारथी ने निगोही स्थित पेट्रोल पम्प पर बुलाया। इसके बाद बरेली की मेघा सिटी कॉलोनी स्थित डीलर मैसर्स ओम धनदाय फिलिंग स्टेशन मालिक वीरेन्द्र पाल सिंह के घर में बैठकर उनकी बातचीत हुई। दोनों पक्षों के बीच तय हुआ कि पेट्रोल पम्प के साझीदार बनने के प्रपत्रों में रीना सिंह का नाम परिवर्तित कराने के साथ ही 11 माह के अंदर 70 लाख रुपये का भुगतान कर दिया जायेगा।
पीड़ित रीना सिंह का आरोप है कि अनुज कुमार और मधु सारथी ने बार-बार पंप डीलर वीरेन्द्र पाल सिंह को रकम देने का दबाव बनाया। इस पर रीना सिंह ने 35 लाख रुपये नगद एवं बैंक के जरिए वीरेन्द्र पाल सिंह की फर्म मैसर्स ओम धनदाय फिलिंग स्टेशन निगोही (शाहजहांपुर) के खाते में माह जून, जुलाई और अगस्त 2022 में हस्तान्तरित किए थे। आरोप है कि रुपये ट्रान्सफर होने के पश्चात वीरेन्द्र पाल सिंह का व्यवहार और बात करने का तरीका बदल गया, और पंप में साझेदारी के कागजात इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में जमा करने के लिए टालमटोल करने लगे।
रीना सिंह का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में फोन पर कई बार अनुज कुमार और मधू सारथी से पार्टनरशिप के प्रपत्र दाखिल करने को कहा, लेकिन वे दोनों भी टालमटोल करते रहे। रीना सिंह ने बताया कि किसी तरह 18 जुलाई 2022 को दोनों पक्षों के हस्ताक्षर सहित एप्लीकेशन ऑफ रिकान्सटीयूशन ऑफ कमीशन्ड डीलरशिप तैयार की गई। इसके बाद 10 अक्टूबर 2022 को जरूरी कागजों सहित इण्डियन ऑयल कारपोरेशन के मंडलीय फार्यालय में प्रपत्रा जमा किए गये।
रीना सिंह के मुताबिक इस बीच वीरेन्द्र पाल सिंह की नियत में खोट पैदा हो गया। इसलिए वह नियत तिथि पर मंडलीय रिटेल सेल्स प्रमुख इण्डियन ऑयल कॉरपोरेशन बरेली के कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए और अपनी व्यवस्तता बताकर समय पास करते रहे। रीना सिंह के अनुसार उनके पति ने विपक्षियों पर दबाव बनाया तो आरोपी वीरेन्द्र पाल सिंह ने पेट्रोल पम्प में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी और रकम लौटाने से साफ इंकार कर दिया। रीना सिंह ने रकम ब्याज सहित लौटाने को कहा तो गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देने लगे। परेशान होकर रीना सिंह ने इसकी शिकायत एसएसपी से की। एसएसी के आदेश थाना इज्जतनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली।
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