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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बसपा के टिकट पर आंवला से 2024 का लोकसभा का चुनाव लड़े नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली की एक तस्वीर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ सोशल मीडिया पर वायरल होने से खलबली मच गई है। आबिद अली के भाजपा में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गई हैं। हालांकि नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली ने भाजपा में जाने की अटकलों को यह कहकर खारिज कर दिया है कि जब भाजपा से उनकी विचारधारा नहीं मिलती है तो वहां क्यों जाएंगे। आबिद अली आंवला नगरपालिका का चुनाव सपा से जीते थे। बीते लोकसभा चुनाव में वह बसपाा में शामिल हो गए थे। तब उनमें बारे में राजनीतिक क्षेत्र में यह चर्चा फैली थी कि भाजपा ने ही सपा के नगरपालिका चेयरमैन को बसपा में शामिल कराके डमी कंडीडेट के रुप में लोकसभा का चुनाव लड़ाया था।
कभी सपा तो कभी बसपा में रहने के बाद आंवला नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली के बारे में एक बार फिर से राजनैतिक अटकलें शुरू हो गई हैं। अब उनके भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जाने लगे हैं। इसकी वजह यह है कि नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली की एक तस्वीर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और उनके ब्लॉक प्रमुख बेटे यशवंत का स्वागत करते हुए सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल इस तस्वीर में बसपा के नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली कैबिनेट मंत्री और उनके बेटे ब्लॉक प्रमुख बेटे का फूल मालाओं से स्वागत करते हुए बहुत खुश नजर आ रहे हैं। इसके बाद आंवला के कुछ सपा नेताओं ने बताया कि आबिद अली भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं।
कुंभ मेले पर दिया था विवादित बयान
बसपा चेयरमैन आबिद अली ने दो या तीन महीने पहले कुंभ मेले पर विवादित बयान दिया था। तब उन्होंने संगम का पानी गंदा होने समेत तमाम बातें कहीं थी। उस समय चेयरमैन को सोशल मीडिया समेत अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी ट्रोल किया गया था। आंवला नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली किसी न किसी वजह से चर्चा में हमेशा बने रहते हैं।
भाजपा में शामिल होने का इरादा नहीं: आबिद अली
वहीं इस मसले पर अब बसपा के नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली से बात की तो उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह उनके क्षेत्र आंवला के ही रहने वाले हैं। जब भी वह आंवला आते हैं तो प्रोटोकाल के तहत उनका स्वागत करने हमेशा जाते हैं। भाजपा में शामिल होने का उनका कोई इरादा नहीं है। इसकी वजह यह है कि उनकी विचारधारा भाजपा से नहीं मिलती है। इसलिए वह भाजपा में नहीं जाएंगे।
चुनाव लड़ने से पहले सपा में थे नगरपालिका चेयरमैन
आंवला नगरपालिका चेयरमेन आबिद अली बसपा के टिकट पर आंवला से लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले समाजवादी पार्टी में थे। अब सपा प्रत्याशी के रुप में नीरज मौर्य ने आंवला से लोकसभा का चुनाव लड़ा तो आबिद अली बसपा से लोकसभा का टिकट ले आए और अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी नीरज मौर्य के सामने ताल ठोंक दी। आबिद अली को बसपा से चुनाव लड़कर लोकसभा में 95 हजार से अधिक वोट भी मिले, जो कि अनुमान से कहीं ज्यादा थे। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद वह सपा नेताओं का फिर से स्वागत करते देखे गए थे। एक समारोह में सपा के पूर्व सांसद ने नगरपालिका चेयरमैन से पूछ भी लिया था कि यहां कैसे। तब चेयरमैन मुस्कराकर आगे बढ़ गए थे।
2027 में आंवला से लड़ूंगा विधानसभा चुनाव
नगरपालिका चेयरमैन आबिद अली ने कहा कि जिन कैबिनेट मंत्री के साथ स्वागत करते हुए उनकी फोटो देखकर भाजपा में शामिल होने की बात कही जा रही है। वह पूरी तरह गलत है। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2027 में वह उन्हीं कैबिनेट मंत्री के सामने आंवला से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। वर्तमान में वह बसपा के सिपाही हैं। बसपा से टिकट मिला तो बसपा से लड़ेंगे। अगर कोई दूसरी पार्टी टिकट देती है तो उस दल से चुनाव लड़ेंगे। उनको 2027 में हर हाल में विधानसभा का चुनाव लड़ना है।
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