/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/07/FshLzm8aITqxhhiVWbTE.jpg)
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
Bareilly News : निजीकरण के विरोध में पावर कारपोरेशन के कर्मचारियों ने सोमवार को मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में धरना दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने सभा कर निजीकरण पर रोष जताया। कहा कि जब तक निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया जाता उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ ने शाम 3 से 5:30 बजे तक विरोध प्रदर्शन के बाद सभा की, इसमें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को पीपीपी मॉडल के तहत निजीकरण किए जाने पर संघ के सदस्यों ने रोष जताया। साथ ही विद्युत विभाग में संभावित सुधारों पर चर्चा की ताकि उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति दी जाती रहे।
9 अप्रैल को लखनऊ जाकर प्रदर्शन करेंगे कर्मचारी
संघ के सदस्यों ने कहा कि पिछले 8 सालों में लाइन लॉस 41% से घटाकर 16.50% पर लाना कर्मचारियों के प्रयासों का ही परिणाम है। इसके लिए कर्मचारियों और अधिकारियों ने अवकाश के दिनों भी कार्य किया। तभी यह संभव हो पाया। जिला मंत्री अवतार सिंह ने कहा कि उनका विरोध प्रदर्शन मंगलवार को इसी समय पर होगा। 9 अप्रैल कर्मचारी लखनऊ में होने वाली रैली में शामिल होंगे। इसके बाद 10 और 11 अप्रैल पहले की तरह विरोध प्रदर्शन चलता रहेगा। इस दौरान सौरभ यादव, नंद किशोर शर्मा, रामनिवास शर्मा, महेश प्रकाश, अवतार सिंह, अरविंद कुमार, सिमर कुमार, रामाधीन, रवि श्रीवास्तव आदि वक्ताओं ने विचार रखे।
यह भी पढ़ें- पावर कारपोरेशन : कैशियर का था जालसाजों से गठबंधन, आंख मूंदकर चेक कर लेता था जमा... और लुट रहे थे उपभोक्ता