Advertisment

महिलाओं को लैंगिक समानता, समान अवसर और सुरक्षित वातावरण देना प्राथमिकता होगा: उपनिदेशक पंचायत

राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के अंतर्गत पंचायत लर्निंग सेंटर ग्राम पंचायत भरतौल में आयोजित किया गया। इसमें बरेली मंडल के चारों जनपदों के ग्राम प्रधान और सचिव शामिल हुए।

author-image
Sudhakar Shukla
एडिट
mahila
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

भरतौल (बरेली)। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के अंतर्गत पंचायत लर्निंग सेंटर ग्राम पंचायत भरतौल में आयोजित किया गया। इसमें बरेली मंडल के चारों जनपदों के ग्राम प्रधान और सचिव शामिल हुए।  एक दिवसीय प्रशिक्षण दो बैच में कराया गया। प्रशिक्षण की थीम सतत विकास लक्ष्य और महिला हितैषी ग्राम पंचायत थी।

इसे भी पढ़ें-STF ने 30 लाख की चरस समेत पकड़ी लेडी-स्मगलर

mahila

Advertisment

महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान कराना होगा।

उपनिदेशक पंचायत महेंद्र सिंह ने प्रशिक्षण के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं को लैंगिक समानता के साथ समान अवसर सहित सुरक्षित वातावरण प्रदान कराना होगा। उन्होंने सतत विकास लक्ष्य पर भी प्रकाश डाला। द्वितीय बैच में जनपद बरेली और शाहजहांपुर की तीस ग्राम पंचायत के प्रधान और सचिव को प्रशिक्षण देते हुए राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने महिला हितेषी ग्राम पंचायत क्या, क्यों, कैसे पर ब्रेन स्टॉर्मिंगचर्चा और पीपीटी के माध्यम से समझाया। समान लैंगिक विकास पर चर्चा की।

इसे भी पढ़ें-बिजली विभाग की टीम से मारपीट, आरोपियों पर मुकदमा दर्ज

Advertisment

mahila

मातृ मृत्यु दर में कमी लाने पर चर्चा की।

राज्य प्रशिक्षक ने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक गतिविधियों तथा समुदाय आधारित संगठनों में महिलाओं की प्रतिभागिता को बढ़ा कर और समान कार्य के लिए समान वेतन पर जोर दिया। उन्होंने मातृ मृत्यु दर में कमी लाने पर चर्चा की। बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं तथा धात्री महिलाओं में खून की कमी पर भी चर्चा करते हुए आयुष्मान भारत, स्वास्थ्य बीमा, स्वास्थ्य योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, महिला विकास संबंधी गतिविधियों पर चर्चा कर बजट पर भी चर्चा की।

Advertisment

इसे भी पढ़ें-स्मार्ट क्लास में ग्रामीणों को फार्मर आईडी एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान की दी जानकारी

महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर दिया जोर।

इन बिंदुओं पर पंचायत की भूमिका पर चर्चा करते हुए ग्राम सभा में महिला सभा को सुनिश्चित करने, महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहन देने, सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने, बेहतरीन स्वास्थ्य देखभाल हेतु जागरूकता लाने, विकास कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। महिला और बाल विकास के लिए कार्य कर रही स्थाई समितियां को मजबूत बनाने कम लागत बिना लागत की गतिविधियों पर जोर देते हुए गांव में समान लैंगिक विकास पर चर्चा की गई।

इसे भी पढ़ें-मामूली कहासुनी में दो बच्चों को पिलाया तेजाब

राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रश्नावली एवं तकनीकी जानकारी पर चर्चा की।

ग्राम पंचायत हेतु उपयोगी संसाधन तथा सहयोगियों पर चर्चा करते हुए सामान लैंगिक विकास एवं ग्राम पंचायत विकास योजना पर प्रकाश डाला। मॉडल ग्राम पंचायत भरतौल का उदाहरण देते हुए भी समझाया गया। तकनीकी सहायक अंकुर भट्ट ने तकनीकी जानकारी दी। मंडलीय परियोजना प्रबंधक सचिन देव, स्वच्छ भारत मिशन के मंडलीय सलाहकार राजपाल सिंह आदि ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रश्नावली एवं तकनीकी जानकारी पर चर्चा की।

भरतौल की ग्राम प्रधान प्रवेश, पंचायत सहायक निशा का विशेष योगदान रहा।

प्रथम एवं द्वितीय बैच में सामूहिक रूप से राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर, अशोक कुमार सिंह, अंकुर भट्ट, राजपाल सिंह, सचिन देव, रुपेंद्र पटेल ने खुला सत्र आयोजित करते हुए प्रतिभागियों की जिज्ञासाएं एवं विभाग से सहयोग पर चर्चा की। प्रशिक्षण का मूल्यांकन के उपरांत समापन किया गया। प्रशिक्षण में प्रमुख रूप से ग्राम प्रधान हेतराम सागर, सोमपाल, विनीता सिंह सिरोही, ग्राम पंचायत सचिव संजय गंगवार, मुकेश कुमार, मोहम्मद कयूम, सुमित गुप्ता, पंचायत सहायक पूनम राय, प्रियंका देवी, चांदनी देवी सहित जनपद बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं के प्रधान, सचिव, पंचायत सहायक ने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण को सफल बनाने में भरतौल की ग्राम प्रधान प्रवेश, पूर्व प्रधान रीतराम, पंचायत सहायक निशा का विशेष योगदान रहा।

Advertisment
Advertisment