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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हाल ही में घटित आतंकी हमले ने पूरे राष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में आतंकियों ने बरेली से आए हिंदू पर्यटकों की धार्मिक पहचान पूछकर निर्ममता से हत्या कर दी। राष्ट्रीय बजरंग दल ने इस हमले को केवल एक आतंकी कृत्य नहीं, बल्कि भारत के बहुसंख्यक समाज की धार्मिक स्वतंत्रता, आत्म-सम्मान और सांस्कृतिक पहचान पर सीधा हमला बताया है। संगठन ने इसे भारत की अखंडता और सामाजिक समरसता को चुनौती देने वाली निंदनीय घटना करार दिया है।
राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने आतंकवाद के विरुद्ध साहसिक कदम उठाए हैं। किंतु इस प्रकार की घटनाएं दर्शाती हैं कि अब भी हिंदू समाज के प्रति दुर्भावना रखने वाले तत्व सक्रिय हैं। जो देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सद्भाव को बाधित करने का षडयंत्र कर रहे हैं।
राष्ट्रीय बजरंग दल की प्रमुख मांगें:
उक्त घटना में शामिल सभी आतंकवादियों को तत्काल गिरफ्तार कर कठोरतम दंड (मृत्युदंड) दिया जाए।
जम्मू-कश्मीर में हिंदू यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए स्थायी और प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मृतकों के परिवारों को उचित आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी सेवा दी जाए।
देश के समस्त धार्मिक स्थलों और यात्राओं की सुरक्षा के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय सुरक्षा नीति बनाई जाए।
धार्मिक आधार पर की गई किसी भी हिंसा को राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में लाकर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
देश में कथित रूप से आतंकवाद की ट्रेनिंग दे रहे एक लाख मदरसों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए।
राष्ट्रीय बजरंग दल ने कहा कि यह घटना न केवल पीड़ित परिवारों की पीड़ा है। बल्कि पूरे हिंदू समाज की आत्मा को आहत करने वाली है। संगठन ने केंद्र सरकार से इस विषय को राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक न्याय से जोड़ते हुए त्वरित और कठोर कदम उठाने का आग्रह किया है। ताकि भविष्य में कोई भी आतंकी तत्व भारत की भूमि पर इस प्रकार की कायरतापूर्ण हरकत करने का साहस न कर सके।
इस संबंध में राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा शीघ्र ही प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने की भी संभावना है।
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