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बरेली। समाजवादी पार्टी मासिक बैठक में जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने जनता और संगठन के बीच लगातार निष्क्रिय प्रमुख ओहदेदारों को सक्रिय होने और पार्टी कार्यक्रमों में अनिवार्य उपस्थिति दर्ज कराने की हिदायत फ्रंटल संगठनों, पार्टी के प्रकोष्ठों के जिला और महानगर कार्यकारिणी को दिए।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसी भी संगठन का अध्यक्ष जैसा प्रमुख दायित्व अगर किसी को पार्टी ने सौंपा है तो उसे अपने पद और अपने दायित्व की भूमिका गंभीरता से समझनी चाहिए। पार्टी में पद केवल रुतवा झाड़ने के लिए नहीं दिया है। बड़ी जिम्मेदारी इसके बदले पार्टी और संगठन को मजबूत करने की है।
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उन्होंने कहा कि पद लेने के बाद विंगों के कुछ प्रमुख ओहदेदार संगठन और पार्टी कार्यक्रमों के प्रति लगातार निष्क्रिय और उदासीन हैं, जो न तो उनके लिए ठीक है और न पार्टी के लिए, इसलिए जो पदाधिकारी लगातार दो बैठकों से गायब हैं। निष्क्रिय हैं उन्हें एक मौका और है या तो सक्रिय हों नहीं तो हमें उनकी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को भेजनी होगी क्योंकि हर माह यह रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व से मांगी जाती है। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए कुछ अच्छा करने के लिए लगातार काम करें ताकि पार्टी को मजबूती मिलें, हमारे सामने 2027 जैसा बड़ा लक्ष्य है जिसे पूरा करने के लिए निष्क्रियता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कहा कि पदाधिकारी पार्टी का महत्वपूर्ण अंग हैं और वह जनता और पार्टी के बीच सेतु का काम करते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर पीडीए पंचायत के कार्यक्रम चल रहें हैं लेकिन अफसोस की बात है कि फ्रंटल और संबद्ध प्रकोष्ठ के एक-दो अध्यक्षों को छोड़कर किसी के द्वारा अब तक कोई कार्यक्रम नहीं लगाया जा रहा है और मासिक बैठक में अनुपस्थित रहते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी जनता के सुख-दुख और पार्टी कार्यक्रमों में सक्रिय रहें। अगर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है तो दिन का चैन और रात की नींद छोड़कर आज से ही अपने क्षेत्रों में कड़ी मेहनत कर पार्टी को मजबूत करना होगा और पीडीए समीकरण को लोगों को समझाना होगा।
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जिला उपाध्यक्ष रविंद्र यादव ने कहा कि काम ही आपकी पहचान होता है, वह जिस फ्रंटल या प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं अगर जनता के लिए संघर्ष नहीं करेंगे, संगठन के लिए काम नहीं करेंगे तो उनकी कोई पहचान नहीं बनेगी। राजनीति सेवा का अवसर प्रदान करती है अगर जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करेंगे तभी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, उनकी एक अलग पहचान बनेगी। बैठक का संचालन महासचिव पंडित दीपक शर्मा ने किया।
बैठक में युवजन सभा जिलाध्यक्ष डॉ. मोहित भारद्वाज, यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष एजाज अहमद, महिला सभा जिलाध्यक्ष स्मिता यादव व महानगर अध्यक्ष सरताज गजल अंसारी, लोहिया वाहिनी महानगर अध्यक्ष मेराज अंसारी, अल्पसंख्यक सभा जिलाध्यक्ष असलम खान, अनुसूचित जाति एवं जनजाति प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष रामवीर दिवाकर व महानगर अध्यक्ष सुनील सागर, अधिवक्ता सभा जिलाध्यक्ष श्यामवीर यादव, मजदूर सभा जिलाध्यक्ष यशवीर सिंह यादव और सैनिक प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष मान सिंह यादव ने प्रमुखता से विचार रखें और शीघ्र ही पीडीए पंचायतों का आयोजन करने की बात कही।
बैठक में सुरेंद्र सोनकर, जितेंद्र मुंडे, नाजिम कुरैशी, रमीज हाशमी, महिला सभा जिला महासचिव डॉ. दीक्षा सक्सेना, उपाध्यक्ष उषा यादव व राजेश्वरी यादव, शशि चंद्रा, ममता सागर, दिव्या सक्सेना, शीबा नाज, सुनीता यादव, रेखा सक्सेना, मैना अंसारी, फौजी हरिपाल, नामी शरण यादव, हरवीर गुर्जर, अजय गंगवार, सुभाष गुर्जर, केशव दिवाकर, अमर पाल दिवाकर, विनय कश्यप, हिमांशु राज सोनकर, रितेश यादव, श्रीपाल यादव, संदीप मौर्या, अभिषेक राज, जितेंद्र यादव, आरिफ, अक्कू शर्मा, शरीफ खान व सय्यद मुस्तफा आदि मौजूद रहे।