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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। जमीन के फर्जी दस्तावेजों से वसीयत और रजिस्ट्री कराकर लाखों का घपला करने के आरोपी निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन जायसवाल गिरोह पर बिथरी थाने में दसवीं एफआईआर दर्ज की गई है। अब पुलिस ने फर्जीवाड़े में संजय ट्रांसपोर्टर के मालिक विजय अग्रवाल, उनके बेटे रितेश अग्रवाल और भतीजे मोहित समेत आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। अब तक बरेली जिले में सावन जायसवाल गिराहे पर दस मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
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किला में साहूकारा में रहने वाले नंद इंफ्रा डेवलपर्स के मैनेजर कपिल कुमार अग्रवाल ने बिथरी थाने में यह एफआईआर दर्ज कराई है। कपिल के मुताबिक 9 जून और 18 जून 2021 को पंजीकृत बैनामा के आधार पर वह बालीपुर अहमदपुर बिथरी चैनपुर स्थित जमीन के मालिक हैं। वर्तमान खतौनी में भी उसका नाम दर्ज है। इसके बावजूद अमित सिंह ने 28 जनवरी 1992 की फर्जी वसीयत तैयार कराकर 3 दिसंबर और 21 दिसंबर 2022 को शमी चंद्रा, रूचि चंद्रा और निधि अग्रवाल से अपने पक्ष में जमीन का बैनामा करा लिया। अमित सिंह ने विजय कुमार अग्रवाल, उनके बेटे रितेश अग्रवाल, भतीजे मोहित अग्रवाल और कार्तिक त्रिपाठी के नाम भी फर्जीवाड़ा कर बैनामा कराए। इस समय अमित सिंह जेल में है।
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एसएसपी की जांच के बाद दर्ज हुई एफआईआर
कपिल अग्रवाल ने इस मामले की शिकायत डीएम रविंद्र कुमार से की थी। इसके बाद एसएसपी मामले की जांच कराई। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए। बता दें कि अमित सिंह और उसके सहयोगियों पर पहले भी जमीन से जुड़े फर्जीवाड़े के कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।