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बरेली, वाईबीएन सवांददाता
बरेली के मेयर उमेश गौतम और उनके बेटे को जेल भिजवाने के लिए झोलाछाप की मदद से अपने कंधे में गोली प्लांट कराने वाली महिला शमोली कौशिक राजनीतिक खेल का मोहरा हो सकती है। इस मामले को लेकर राजनीतिक हल्के में खासी हलचल है। उधर, अपने सोल्डर में गोली प्लांट कराने वाली महिला शमोली कौशिक, जिला अस्पताल कर्मी और झोलाछाप को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
शमोली कौशिक ने वर्ष 2023 में अज्ञात लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अदालत में बयान के दौरान उसने मेयर का नाम लेकर सनसनी फैला दी थी। सूत्रों के मुताबिक नगर निगम की सियासत में पिछले कुछ सालों से शह-मात का खेल चल रहा है। शहर के एक सत्ताधारी नेता के परिवार का सदस्य निगम में ठेकेदारी करता है। बताया जाता है उसे और खुद को निगम के कामों में तबज्जो न मिलने पर जनप्रतिनिधि ने अंदरखाने ही दूसरे नेता से बैर ठान रखी है।
पुलिस की जांच में पता चला था कि महिला शमोली ने उस समय राजनीतिक कारणों से आरोप लगाए थे। इसके काफी सबूत कोतवाली पुलिस के हाथ लगे थे। इसमें स्मार्ट सिटी के कैमरों से ली गई फुटेज सबसे अहम थी, जिसने ठेकेदार और महिला की मिलीभगत की पोल खोली थी। इसका खुलासा होने पर बात इतनी बढ़ गई कि पार्टी के बड़े नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा था। इसके बावजूद सत्तापक्ष से जुड़े दोनों नेताओं के बीच अंदरखाने खींचतान जारी रही।
अब शमोली ने एक बार फिर मेयर को फंसाने के लिए बड़ी साजिश रची। पुलिस भी इस एंगल पर जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई राजनीतिक रंजिश तो नहीं है। फिलहाल अधिकारी खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन इस तरह के सबूत मिले तो किसी न किसी को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।
इज्जतनगर थाना क्षेत्र के महानगर कॉलोनी निवासी शामली ने 29 मार्च को आरोप लगाया था कि वह 300 बेड अस्पताल के पास मेडिकल स्टोर से दवा लेकर लौट रही थी। तभी रास्ते में कार सवार पांच लोगों ने उसे अगवा कर लिया। तीन लोगों ने चलती कार में उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद उसे चलती कार से गांधी उद्यान के पास फेंक दिया। उसको गोली भी मार दी। पुलिस ने गहना से जांच की तो कहानी फर्जी निकली।
पूछताछ में महिला ने बताया कि वर्ष 2022 में उसने दुष्कर्म की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस ने मुकदमे को खारिज करते हुए 182 के तहत न्यायालय में रिपोर्ट भेजी थी। उस मामले में 25 अप्रैल को न्यायालय में अंतिम बयान दर्ज होने थे। महिला को आशंका थी कि उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इससे बचने के लिए उसने साजिश रची। पुलिस ने गोली मारने की झूठी साजिश रचने के आरोप में महिला शमोली, जिला अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रोहताश और ऑपरेशन कर गोली प्लांट करने वाले झोलाछाप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
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