/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/25/FUfSxXEKk8oK8Shb7HPn.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
राष्ट्र जागरण महिला मोर्चा समेत विभिन्न महिला संगठनों ने आज पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के विरोध में एकजुट होकर अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की और केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कठोर कदम उठाने की पुरजोर मांग की। प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपकर महिला संगठनों ने आतंकवाद और उसे संरक्षण देने वालों पर त्वरित और सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई।
ज्ञापन सौंपते हुए राष्ट्र जागरण महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री नीतू गोस्वामी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाना मानवता पर एक सीधा और जघन्य हमला है। जिससे पूरा देश आक्रोश और दहशत के माहौल में है। उन्होंने केंद्र सरकार से पुरजोर मांग की कि आतंकवाद को उसकी जड़ों से उखाड़ फेंकने के लिए सैन्य, कूटनीतिक और तकनीकी मोर्चों पर निर्णायक और कठोर कार्रवाई की जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने खुफिया एजेंसियों और आंतरिक सुरक्षा तंत्र को और अधिक सक्षम, सक्रिय और आधुनिक बनाने की तात्कालिक आवश्यकता पर बल दिया, क्योंकि आतंकवाद का संपूर्ण उन्मूलन ही देश की सबसे बड़ी ज़रूरत है।
महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष प्रियंका कपूर ने पहलगाम हमले के शिकार निर्दोष नागरिकों और उनके शोक संतप्त परिवारों को त्वरित न्याय और पर्याप्त सहायता प्रदान करने की पुरजोर मांग की। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि देश के नागरिक भले ही मुफ्त की सुविधाओं के बिना संतुष्ट रह सकते हैं, लेकिन उन्हें एक ऐसे भारत की आकांक्षा है जहां आतंकवाद का कोई भी स्थान न हो और सरकार के सभी उपलब्ध संसाधन देश से इस नासूर को जड़ से मिटाने में लगाए जाएं।
एनजीओ प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष बेबी शर्मा ने गहरा क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि आतंकियों द्वारा हिंदू पर्यटकों से उनका धार्मिक नाम पूछकर उनकी नृशंस हत्या करना मात्र एक आतंकवादी कृत्य नहीं है, बल्कि यह देश के बहुसंख्यक समाज की धार्मिक स्वतंत्रता, पहचान और गरिमा पर एक सीधा और घृणित हमला है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह भयावह घटना दर्शाती है कि हिंदू समाज के प्रति বিদ্বেষपूर्ण भावना रखने वाले तत्व आज भी सक्रिय हैं और वे देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सद्भाव को छिन्न-भिन्न करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने मांग की कि इन आतंकियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए और पाकिस्तान में बैठे उनके सरपरस्तों को भी मुंहतोड़ जवाब दिया जाए।
मंडल अध्यक्ष अनुराधा सक्सेना ने जम्मू-कश्मीर में हिंदू तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए स्थायी और प्रभावी सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सभी धार्मिक स्थलों और यात्राओं की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय सुरक्षा नीति तैयार करने का आह्वान किया। जिला महामंत्री सुरभि चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि धर्म के आधार पर की गई किसी भी हिंसा को राष्ट्रद्रोह के रूप में किया जाना चाहिए और ऐसे कृत्यों में शामिल लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने देश में कथित तौर पर आतंकवाद का प्रशिक्षण दे रहे मदरसों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की भी पुरजोर मांग की।
इस आक्रोश सभा में प्रदेश उपाध्यक्ष सीमा गुप्ता, प्रदेश महामंत्री नीतू गोस्वामी, मंडल अध्यक्ष अनुराधा सक्सेना, जिला अध्यक्ष प्रियंका कपूर, एनजीओ प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष बेबी शर्मा, कार्यकारी युवा जिला अध्यक्ष गीता दोहरे, महानगर अध्यक्ष सुषमा गौतम, मीडिया प्रभारी मोनिका सिंह, जिला उपाध्यक्ष हिना भोजवानी, किरण तिवारी, अनीता यादव, मुन्नी बेगम, सौरभ शर्मा, विजय शर्मा, पंकज सिंह, अंकुर चौहान, करण श्रीवास्तव समेत कई अन्य महिलाएं और कार्यकर्ता उपस्थित होकर अपना विरोध दर्ज कराया।
यह भी पढ़ें-Bareilly News: बरेली जोन कार्यालय में तैनात निरीक्षक मोहम्मद शोएब बने डिप्टी एसपी