बिहार, वाईबीएन नेटवर्क।
बिहार के बेरोजगार युवा अब एकजुट होकर कॉंग्रेस की #पलायन_रोको_नौकरी_दो_यात्रा के माध्यम से अपनी आवाज़ उठाने में लगे हैं। यह आंदोलन राज्य में बेरोज़गारी, भर्ती घोटालों और पलायन की समस्या का समाधान चाहता है। इस यात्रा का उद्देश्य राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना, भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और युवाओं को न्याय दिलवाना है।
यात्रा को मिल रहा युवाओं का समर्थन
यात्रा 12 मार्च 2025 से शुरू हुई कॉंग्रेस की इस यात्रा का समापन 31 मार्च 2025 को पटना में एक विशाल जनसभा के रूप में होगा। यात्रा में विभिन्न शहरों और गांवों से युवा जुड़ रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी #पलायन_रोको_नौकरी_दो के साथ अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। यात्रा के मुख्य स्थल पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर जैसे प्रमुख शहरों से होकर गुजर रहे हैं। इस यात्रा में जनसभा और नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: Bihar News: पटना के ईडी कार्यालय पहुंचीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, 'लैंड फॉर जॉब' मामले में पूछताछ
कौन निकाल रहा है यह यात्रा
यह यात्रा बिहार के बेरोजगार युवाओं द्वारा कॉंग्रेस के अभियान के तहत निकाली जा रही है,। इस यात्रा का आइडिया कन्हैया कुमार का है। पिछले कुछ वर्षों से पेपर लीक, भर्ती घोटाले और बेरोज़गारी से परेशान बेरोजगार युवा अब एकजुट हो गए हैं और यह यात्रा बेरोज़गारी के खिलाफ, पलायन रोकने और न्याय की मांग करने के लिए निकाली जा रही है। इस यात्रा का नेतृत्व कई युवा संगठन, छात्र संगठन, और बेरोज़गार युवा स्वयं कर रहे हैं।
मुख्य मुद्दे और मांगें
पलायन को रोकना: राज्य में ही युवाओं के लिए रोजगार के मौके बढ़ाने की मांग।
भर्ती घोटालों का पर्दाफाश: पिछले वर्षों में जिन भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई, उनका सच सामने लाना और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई।
पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया: पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया को लागू किया जाए।
बेरोज़गार युवाओं को सरकारी सहायता: बेरोज़गारों के लिए बेरोज़गारी भत्ता और अन्य लाभ दिए जाएं।
शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार: स्कूल और कॉलेजों में गुणवत्ता की शिक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि युवा बेहतर प्रतियोगी बन सकें।
यह भी पढ़ें: Bihar News: चुनाव से पहले कांग्रेस में घमासान, कन्हैया कुमार और अखिलेश सिंह के बीच बढ़ी तनातनी!
यात्रा की खास बातें
यात्रा में भाग लेने वाले युवाओं का कहना है कि वे अब चुप नहीं रहेंगे और "अब क्रांति होकर रहेगी, पलायन रुककर रहेगा" के नारे के साथ इस आंदोलन को मजबूत बनाएंगे। यात्रा के दौरान, युवा सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं और #पलायन_रोको_नौकरी_दो हैशटैग का उपयोग करके अपने समर्थन को दिखा रहे हैं।
यात्रा का उद्देश्य न केवल सरकार के खिलाफ आवाज उठाना है, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाना है कि बेरोज़गारी और पलायन एक गंभीर समस्या है जिसे हल किया जाना चाहिए।