/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/09/9uCFeOFYC8Xq9q3oKRlQ.jpg)
शशांक भारद्वाज , सीनियर वीपी, चॉइस ब्रोकिंग
सोमवार से भारतीय शेयर मार्केट की दिशा तथा दशा बदल सकती है। पिछले पांच वर्षों में पहली बार छह सप्ताह से मंदी की मार झेल रहे भारतीय शेयर मार्केट अब एक नई तेजी की ओर अग्रसर हो सकते हैं। इसका तात्कालिक कारण ट्रंप के द्वारा रूस से क्रूड ऑयल खरीद रहे देशों पर वर्तमान में टैरिफ नहीं लगाने की बात कहना तथा नरेंद्र मोदी के द्वारा जीएसटी की दरों में बड़ी कमी का संकेत है।
ट्रंप की नरमी का बाजार पर पड़ेगा असर
भारत में आर्थिक कारक तो अच्छे थे, हैं-परंतु ट्रंप टैरिफ शेयर मार्केट में अपेक्षित तेजी नहीं आने दे रहे थे। अब ट्रंप के द्वारा भारत पर टैरिफ पर नरमी के संकेत से मार्केट में तेजी की एक बड़ी बाधा दूर सी हो गई है।भारतीय शेयर मार्केट में समयावधि तथा मूल्य का अच्छा करेक्शन भी हो चुका है। जीएसटी दरों में बड़ी कमी भी संभावित है जो मांग में तीव्र वृद्धि कर सकती है।इससे कंपनियों के व्यापार तथा लाभ दोनों में अच्छी वृद्धि दिख सकती है।कॉरपोरेट लाभ में वृद्धि से लाभ को ले कर जो चिंताएं थीं वो भी दूर हो सकती हैं।चूंकि मार्केट भविष्य को देख अपनी दिशा का निर्णय लेता है,अतः अच्छे भविष्य को ले कर बड़ी तेजी दिखा सकता है यदि अचानक कोई विशेष नकारात्मक बात न उभर जाए।फिर ऊपर से अभी अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप भी हैं,ट्रंप ही हैं,
इसका भी ध्यान रखना है।
शेयर मार्केट के लिए अच्छे समाचार
सोमवार को मार्केट बहुत तेज खुलेंगे तो महत्वपूर्ण यह होगा कि आरंभिक स्तरों से और भी तेज होते हैं या उछाल में बेचा जाता है तथा मार्केट ऊपरी स्तरों पर टिक नहीं पाते हैं। यदि टिक गए तथा अगले दिन भी खरीदारी आती दिखी तो फिर मार्केट के अच्छे शक्तिशाली बन सकते हैं । भारतीय शेयर मार्केट के लिए अच्छे समाचार हैं, क्रूड का गिर कर 65.85 डॉलर प्रति बैरेल आ जाना,खुदरा महंगाई का जुलाई में 8 वर्षों के निचले स्तर पर 1.55 प्रतिशत हो जाना, निर्यात में 7.29 प्रतिशत की वृद्धि,म्यूचुअल फंड में 42702 करोड़ रुपए का निवेश जो जून की तुलना में 81प्रतिशत अधिक,एसआईपी में मासिक निवेश 28264 करोड़ रुपए होना,30 लाख नए डिमेट खाते जो दिसंबर के बाद सर्वाधिक,अच्छा मानसून इत्यादि इत्यादि।
अमेरिका की ही प्रमुख रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भारत की रेटिंग बढ़ा दी है।यह भी कहा है कि अमेरिका के टैरिफ से भारत की विकास दर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा तथा भारत की अर्थव्यवस्था आने वाले वर्षों में अधिक शक्तिशाली ही होगी।यह भारत में ,भारतीय शेयर मार्केट में विदेशी निवेश को बढ़ावा देगा।जो विदेशी संस्थागत निवेशक अभी विक्रेता बने हुए हैं, वो क्रेता के रूप में परिवर्तित हो सकते हैं।
पीछे सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों ने नकद संभाग में चारों व्यापारिक सत्रों में बिकवाली की तथा कुल 10172 करोड़ रुपए के शेयर बेचे परंतु उनके सामने घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 18998 करोड़ रुपए के शेयर क्रय किए।यह इस बात का संकेत है कि घरेलू संस्थागत निवेशक मार्केट के निचले स्तरों के आस पास आकर्षक क्रेता ही हैं तथा उनके पास अच्छी धनराशि है,आ रही है।वो मात्र विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली का प्रतिकार ही नहीं कर रहे बल्कि नये निवेश भी कर रहे।उन्हें मार्केट का वर्तमान स्तर अच्छा लग रहा है।
म्यूचुअल फंड में कीर्तिमान निवेश आना भी इसी का संकेत दे रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की इंडेक्स फ्यूचर तथा ऑप्शन में भी गतिविधि कम हुई है,जाना स्ट्रीट की सक्रियता से समय जितनी नहीं दिख रही है। यह मार्केट में शक्तिशाली स्थायित्व ला सकता है।स्टॉक फ्यूचर में तो विदेशी संस्थागत निवेशक पिछले सप्ताह 4073 करोड़ रुपए के खरीदार थे।
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि आगामी 6 महीनो में अमेरिकी टैरिफ संबंधी चुनौतियां समाप्त हो जाएंगी।इसका अर्थ यह है कि भारत टैरिफ चुनौतियों से निपटने की सफल रणनीति तैयार कर रहा है।20 तथा 21 अगस्त को जीएसटी दर में कमी को ले कर मंत्री समूह की बैठक है जिसमें जीएसटी दरों में बड़ी कमी का निर्णय आ सकता है।चीन के विदेश मंत्री के भारत आने तथा ट्रंप के द्वारा टैरिफ में नरमी से पाकिस्तान की युद्ध भाषा बदल सकती है।
युद्ध भय का प्रभाव भी समाप्त होगा
मार्केट पर युद्ध भय का प्रभाव भी समाप्त होगा।अमेरिकी शेयर मार्केट ऐतिहासिक नई ऊंचाईयों की ओर हैं।यदि निफ्टी 25000 के ऊपर जाने तथा टिकने में सफल हो जाता है तो बड़ी शॉर्ट कवरिंग आ सकती है।बहुत दिनों के पश्चात भारतीय शेयर मार्केट के लिए कुछ बुरे समाचारों का समय समाप्त होता दिख रहा है।अच्छी कंपनियों के शेयर जिनमें भी पिछले कुछ दिनों में बड़ी गिरावट आ गई थी ,उनमें निवेश कर सकते हैं।टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल्स,ज्वैलरी शेयरों में टैरिफ भय कम होने से क्रय आ सकता है।उचित पीई पर उपलब्ध शेयरों जैसे ऑयल गैस ,पीएसयू बैंक में निवेश कर सकते हैं।निवेश में टाइमिंग का बहुत महत्व होता है,क्रिकेट की बैटिंग से कम महत्व नहीं होता है। stock market today | stock market | Indian Stock Market | stock | stock market rate | stock market news | stock market india