नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
इस बार पेश होने वाले बजट में रेलवे को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होने की उम्मीद है, जो भारतीय रेलवे के विकास और यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए की जाएंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को इस बजट का ऐलान करेंगी, और इस बार का रेलवे का बजट पिछले साल की तुलना में कहीं अधिक बड़ा होने की संभावना है। हालांकि सिर्फ बजट के बढ़ने से काम नहीं बनने वाला है, सरकार को कुछ जरूरी समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है। रेलवे के सामने कई चुनौतियाँ हैं जिनपर सरकार को ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
रेलवे की सबसे बड़ी चुनौतियाँ
भारतीय रेलवे में दुर्घटनाएं
भारत में रेलवे दुर्घटनाएँ साल 2020 के बाद से लगातार बढ़ रहीं हैं। वर्ष 2021-2022 में 34, 2022-2023 में 48 और 2023-2024 में 40 रेलवे दुर्घटनाएँ हुईं हैं। इन दुर्घटनाओं के कारण चोट, मौतें, बुनियादी ढाँचे को नुकसान और यातायात में परेशानी होती है। यात्री और माल यातायात में जबरदस्त विस्तार के साथ, रेलवे दुर्घटनाओं की आवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। अब सशक्त सुरक्षा नियामकों का सही होना समय की मांग है।
भारतीय रेलवे में लागत और राजस्व संबंधी मुद्दे
भारतीय रेलवे, अधिकांश सरकारी संगठनों की तरह, लगातार वित्तीय संकट से ग्रस्त है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान, व्यय वृद्धि की वार्षिक दर राजस्व वृद्धि से अधिक रही है।
रेलवे परियोजनाओं में देरी
नई परियोजनाओं और रेलवे नेटवर्क के विस्तार में देरी हो रही है, जिससे विकास धीमा हो रहा है।
भारतीय रेलवे में अन्य मुद्दे
भारतीय रेलवे कई तरह की समस्याओं से घिरा हुआ है। ट्रेनों का लेट होना, रेलवे स्टेशनों पर साफ-सफाई समेत यात्री सुविधाओं की कमी, रेलवे पर सुरक्षा व्यवस्था की कमी, जिसके कारण लूटपाट और डकैती की घटनाएं होती हैं, वगैरह। भारतीय रेलवे में राजनीतिक दबाव और हस्तक्षेप प्रमुख मुद्दों में से हैं , और राजनीतिक कारणों से कई गैर-आर्थिक रूप से व्यवहार्य पहल शुरू की गई हैं।
साल 2025 बजट में रेलवे सेक्टर को उम्मीदें
बढ़ सकता है रेलवे का बजट
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार रेलवे के लिए आवंटित बजट 15 से 20 फीसदी बढ़कर 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है। पिछले साल रेलवे के लिए 2.65 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा गया था, लेकिन इस बार सरकार ने रेलवे के आधुनिकीकरण, सुरक्षा और यात्री सुविधाओं पर जोर देने का निर्णय लिया है।
हो सकती हैं ये बड़ घोषणाएं
वित्त मंत्री द्वारा वंदे भारत ट्रेनों के नए रूटों पर परिचालन शुरू करने की घोषणा की जा सकती है। यह कदम यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव देगा और रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने में मदद करेगा। इसके अलावा, रेल दुर्घटनाओं को कम करने के लिए व्यापक सुरक्षा उपायों की घोषणा की जा सकती है। इसमें उन्नत सिग्नलिंग सिस्टम, ट्रैक रखरखाव और रेलवे कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में निवेश शामिल होगा, जिससे यात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी। वहीं, यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए नई सुविधाओं जैसे कि बेहतर स्वच्छता, आधुनिक शौचालय और फूड सर्विसेज में सुधार की घोषणाएं भी की जा सकती हैं। इससे यात्रियों का अनुभव बेहतर होगा और वे यात्रा के दौरान अधिक आरामदायक महसूस करेंगे।
रेलवे के आधुनिकीकरण पर जोर
रेलवे मंत्रालय ने पिछले कुछ वर्षों में बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है। इस बार भी उम्मीद है कि सरकार रेलवे नेटवर्क को हाई-टेक बनाने के लिए नई तकनीकों को अपनाने पर जोर देगी। इससे न केवल यात्रा की गति बढ़ेगी, बल्कि सुरक्षा मानकों में भी सुधार होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कहा है कि यह बजट समाज के हर वर्ग को सशक्त करेगा और इसमें बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इससे यह साफ होता है कि सरकार रेलवे को एक महत्वपूर्ण क्षेत्र मानती है, जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।