नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । delhi के सीलमपुर की तंग गलियों में उस शाम हवा में खून की गंध थी। दलित किशोर कुणाल, जो गांधी नगर की एक कपड़े की दुकान पर काम करता था, दूध लेने के लिए घर से निकला था। मगर उसे क्या पता था कि ये उसकी जिंदगी का आखिरी सफर होगा।
गुरुवार की रात, करीब साढ़े सात बजे, जे-ब्लॉक की सड़कों पर चार-पांच खूनी हमलावरों ने उसे घेर लिया और फिर सरेआम चाकुओं से हमला करते रहे जब तक कुणाल की सांसें थम नहीं गईं। उसका खून सड़क पर बिखर गया, और साथ ही इलाके में खौफ और दहशत कायम हो गया।
'हिंदू पलायन' के पोस्टर और सांप्रदायिक तनाव
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Crime | Brutal Crime Stories : हत्या के बाद सीलमपुर में तनाव का माहौल है। गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दी और घरों के बाहर 'हिंदू पलायन', 'यह मकान बिकाऊ है' जैसे पोस्टर लगा दिए। उनका दावा है कि इलाके में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।
पुलिस ने अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए, मगर सवाल वही है- क्या ये खूनखराबा रुकेगा? सूत्रों के मुताबिक, हत्या में शामिल संदिग्ध मुस्लिम समुदाय से हैं, जिसने सांप्रदायिक तनाव को और भड़का दिया।
'लेडी डॉन' जिकरा: मासूम चेहरा, खतरनाक इरादे
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इस हत्याकांड में एक नाम बार-बार उछल रहा है- जिकरा, जिसे सीलमपुर की गलियों में 'लेडी डॉन' कहा जाता है। दिखने में मासूम, मगर इरादे खूंखार। जिकरा का नाम सुनते ही लोग सिहर उठते हैं। सूत्रों का दावा है कि वो कई आपराधिक गिरोहों की सरगना है और गैंगस्टर हाशिम बाबा से उसके रिश्ते हैं।
इंस्टाग्राम पर 'लेडी डॉन' के नाम से उसका अकाउंट है, जहां वो पिस्टल लहराते हुए तस्वीरें और वीडियो डालती है। इस साल होली के दिन देसी कट्टा लहराने के आरोप में वो गिरफ्तार भी हो चुकी है। उसका इंस्टाग्राम बायो चीख-चीखकर कहता है- 'बदमाश गर्ल'।
दलित किशोर कुणाल के पिता राजबीर का दिल टूट चुका है। उनका दावा है कि जिकरा ने उनके बेटे को पहले धमकी दी थी। "वो कहती थी, तुझे छोड़ूंगी नहीं," राजबीर ने आंसुओं के बीच बताया।
उनका कहना है कि जिकरा और उसका भाई साहिल इस हत्या के पीछे हैं। साहिल, जो पुरानी रंजिश में कुणाल को निशाना बनाता था, ने कथित तौर पर चाकू से हमला किया। राजबीर का आरोप है, "ये पूरी प्लानिंग थी। मेरे बेटे को घेरकर मारा गया।"
पुलिस के मुताबिक, हत्या की वजह पुरानी रंजिश हो सकती है। पिछले साल साहिल और एक स्थानीय युवक लाला के भाई सौरभ के बीच झगड़ा हुआ था। साहिल ने सौरभ की पिटाई की, जिसका बदला लेने के लिए लाला ने साहिल पर चाकू से हमला किया। उस वक्त कुणाल लाला के साथ था। इसके बाद साहिल कुणाल से लाला का ठिकाना पूछता रहता था, मगर कुणाल टाल देता था। क्या यही रंजिश दलित किशोर कुणाल की जान ले गई ?
पुलिस की जांच और जिकरा का रहस्य
दिल्ली पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर कई टीमें बनाई हैं। जिकरा से पूछताछ की गई, मगर सबूतों के अभाव में उसे छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि अभी तक जिकरा की सीधी भूमिका साबित नहीं हुई। फिर भी, उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के पुराने मामले और सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें सवाल उठाती हैं। क्या जिकरा वाकई इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड है, या सिर्फ एक दबंग छवि की शिकार ?
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सीलमपुर में खौफ का साया
दलित किशोर कुणाल की मां प्रवीन का रो-रोकर बुरा हाल है। "मेरा बेटा तो दूध लेने गया था। उसे फांसी दो, जो मेरे बच्चे को मारा," वो गुस्से और दर्द में चीख रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में छह हिंदू युवकों की हत्या हो चुकी है। "हम सुरक्षित नहीं हैं," एक प्रदर्शनकारी ने कहा।
सीलमपुर की सड़कों पर अब सन्नाटा है, मगर हवा में डर और गुस्सा तैर रहा है। जिकरा की पिस्टल वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं, और उसका नाम हर जुबान पर। क्या पुलिस इस खौफ के साये को हटा पाएगी? या फिर 'लेडी डॉन' की दहशत और गहरी होगी? जवाब का इंतजार सीलमपुर की गलियां कर रही हैं।