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Photograph: (Google)
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गुहावटी, वाईबीएन नेटवर्क।
crime news | Student Agitation: असम के सिलचर से एक प्रोफेसर की निर्लज्जता वाली खबर सामने आई है। मामला प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) से जुड़ा है। यहां सहायक प्रोफेसर ने जो किया वह इस पेशे को बदनाम करने वाला है। एक छात्रा के परीक्षा में नंबर कम आने पर सहायक प्रोफेसर ने उसे अपने केबिन में बुलाया। पहले कम नंबर आने का कारण पूछा और फिर धीरे- धीरे आगे बढ़ते हुए उसने ऐसा घिनौना काम किया कि प्रतिष्ठित संस्थान और पेशे को शर्मसार कर दिया। छात्रा को गलत जगह और मंशा से छुआ। छात्रा की शिकायत पर आरोपी सहायक प्रोफेसर डभी. कोटेश्वर राजू धेनुकोंडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर सिर से भूत उतार दिया।
केबिन बुलाकर किया ऐसा घिनौना काम
आरोप है कि सहायक प्रोफेसर ने नंबर कम आने के नाम पर पहले तो हड़काया और फिर केबिन में उसका शारीरिक शोषण किया। हद तो तक हो गई जब आरोपी ने छात्रा के होठ, गर्दन, पेट और जांघों को गलत तरीके से छुआ। सहायक प्रोफेसर की हरकतों से असहज छात्रा ने अपने आपको बचाने का बहुत प्रयास किया लेकिन वह नहीं माना और मुंह खोलने पर बहुत बुरा करने की धमकी भी दे डाली। छात्रा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि प्रोफेसर ने कहा कि मेरा कहा मानोगी तो सबसे अधिक अंक आएंगे तुम्हारे।
गंदी बातें करने से भी नहीं आया बाज
छात्रा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि प्रोफेसर ने मुझे अपने पास बैठने के लिए मजबूर किया और फिर मुझे पीछे से पकड़कर ऐसी- ऐसी बातें कीं, जो शिकायत में लिखना भी संभव नहीं है। छात्रा ने पुलिस को बताया कि उसने मेरे अंगों के बारे में क्या- क्या कहा। एक सहपाठी में केबिन में पहुंचने पर मैं जैसे- तैसे प्रोफेसर से अपना पीछा छुड़ा पाई। कछार के एसपी नुमल महत्ता के ने बताया कि छात्रा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी 2018 से इस संस्थान में है। 2021 में भी आरोपी पर इस तरह के आरोप लगे थे लेकिन साक्ष्यों के अभाव में उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
प्रोफेसर के खिलाफ उतरे छात्र
इस घटना की जानकारी जब पीड़िता ने अपने साथ पढ़ने वालों को दी तो कैंपस का माहौल गर्मा गया। छात्रों ने पूरी रात सिलचर स्थित एनआईटी कैंपस में प्रदर्शन किया। छात्रों ने प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया कि वह बार- बार इस तरह के अपराध करता है। शिकायत के बाद संस्थान प्रशासन ने आरोपी को सस्पेंड कर दिया और उसके केबिन को भी सील कर दिया। एनआईटी के रजिस्ट्रार आशिम रॉय ने बतायचा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरी मदद की जाएगी। जांच के लिए मामला आंतरिक शिकायत समिति को सौंप दिया गया है।