नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। अमेरिका वीजा को लेकर कड़ा रुख अपना रहा है। अमेरिकी दूतावासों ने वीजा अपॉइंटमेंट की योजना को अस्थायी रूप से रोक दिया है। भारत सरकार को उम्मीद है कि अमेरिका भारतीय छात्रों के वीजा आवेदनों पर योग्यता के आधार पर विचार करेगा और छात्रों को समय पर पढ़ाई शुरू करने का मौका मिलेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिका में छात्र वीजा को लेकर कुछ नए दिशा-निर्देश सामने आए हैं। हाल ही में अमेरिका ने नई वीजा प्रक्रिया में स्टूडेंट्स के इंटरव्यू पर रोक लगाई है, जिससे भारतीय छात्रों के बीच चिंता बढ़ गई है।
योग्यता के आधार पर स्वीकार करेगा वीजा
जायसवाल ने कहा, “हमें उम्मीद है कि अमेरिका भारतीय छात्रों के वीजा आवेदन उनकी योग्यता के आधार पर स्वीकार करेगा। हम यह मानते हैं कि वीजा जारी करना अमेरिका का संप्रभु अधिकार है, लेकिन भारतीय छात्रों का भविष्य भी हमारे लिए बेहद अहम है।” उन्होंने बताया कि 2023-24 के दौरान करीब 3.3 लाख भारतीय छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे।
भारत-अमेरिका के बीच अहम चर्चा
विदेश सचिव विक्रम मिसरी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और उभरती तकनीकों में भारत-अमेरिका सहयोग पर चर्चा की। साथ ही, 21वीं सदी के लिए ‘भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट’ को लेकर अहम बैठकें भी की गईं। सरकार ने साफ किया है कि विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों का हित उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
अमेरिका ने छात्रों को दी चेतावनी
अमेरिका ने भारतीय और अन्य विदेशी छात्रों को चेतावनी दी है कि यदि वे बिना जानकारी दिए पढ़ाई छोड़ते हैं या नियमित क्लास में हिस्सा नहीं लेते, तो उनका स्टूडेंट वीजा रद्द किया जा सकता है। भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि वीजा शर्तों का उल्लंघन गंभीर मामला है और इससे न केवल मौजूदा वीजा खत्म हो सकता है, बल्कि भविष्य में अमेरिका का वीजा पाना भी मुश्किल हो सकता है। यह कदम अमेरिका में बढ़ती वीजा सख्ती और अवैध प्रवास के मामलों को देखते हुए उठाया गया है। हाल ही में कई छात्रों के वीजा नियम तोड़ने पर रद्द किए जा चुके हैं। Visa | america