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Amit Shah ने Peshwa Bajirao को बताया अच्छा सैनिक, NDA परिसर में पेशवा मेमोरियल का उद्घाटन

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परिसर में मराठा योद्धा पेशवा बाजीराव के स्मारक और उनकी घुड़सवार प्रतिमा का उद्घाटन किया। उन्होंने पेशवा बाजीराव को एक महान सैनिक बताया।

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Jyoti Yadav
भारी बारिश का कहर : अमित शाह ने संभाली कमान, CM धामी ने एक्स पर दी बड़ी जानकारी! | यंग भारत न्यूज

भारी बारिश का कहर : अमित शाह ने संभाली कमान, CM धामी ने एक्स पर दी बड़ी जानकारी! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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पुणे, वाईबीएन डेस्क |केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर हैं, इसके पहले ही दिन अमित शाह ने पुणे पहुंचकर एनडीए परिसर में पेशवा बीजीराव के स्मारक का उद्धाटन किया। अमित शाह ने शुक्रवार,4 जुलाई को कहा कि पुणे में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परिसर मराठा साम्राज्य के योद्धा पेशवा बाजीराव के स्मारक के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। शाह ने एनडीए परिसर में पेशवा बाजीराव की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा, "एनडीए उनके स्मारक के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है क्योंकि यह अकादमी है जहां सैन्य नेतृत्व को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी के साथ उन्होंने पेशवा बीजीराव को सबसे अच्छे सैनिक गुणों वाला व्यक्ति बताया।

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भारत का मूल ढांचा अस्तित्व में नहीं होता

शाह ने कहा, "अगर शिवाजी महाराज द्वारा शुरू की गई और पेशवाओं द्वारा 100 वर्षों तक आगे बढ़ाई गई स्वतंत्रता की लड़ाई नहीं लड़ी गई होती, तो भारत का मूल ढांचा अस्तित्व में नहीं होता।" शाह ने कहा, "अपने 40 साल के जीवन में, पेशवा बाजीराव ने एक अमर इतिहास लिखा, जो कोई अन्य व्यक्ति नहीं लिख सकता था।"पुणे में योद्धा की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर बोलते हुए शाह ने कहा कि बाजीराव में एक अच्छे सैनिक के गुण थे।उन्होंने देश और हमारी स्वतंत्रता के लिए अविश्वसनीय काम किया है। एक अच्छे सैनिक के गुणों वाले व्यक्ति का सबसे अच्छा उदाहरण पेशवा बाजीराव थे। 

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कोई भी उस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ सकता

बाजीराव ने 21 वर्षों में 41 युद्ध लड़े, और कोई भी उस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ सकता। अनावरण समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अगर शिवाजी महाराज की विरासत को पेशवा बाजीराव ने आगे नहीं बढ़ाया होता, तो देश का मूल चरित्र खो गया होता। "अगर शिवाजी महाराज की विरासत को पेशवा बाजीराव ने आगे नहीं बढ़ाया होता, तो देश का मूल चरित्र खो गया होता। शाह ने आगे कहा कि उन्होंने न केवल हमारे देश के लिए बल्कि हमारे 'स्वराज' के लिए भी लड़ाई लड़ी। उन्होंने आगे कहा कि बाजीराव ने जो देश के लिए सपना देखा था, उसे आगे बढ़ाना 140 करोड़ भारतीयों की जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा, "यह 140 करोड़ भारतीयों की जिम्मेदारी है कि हम उस सपने को आगे बढ़ाएं जो पेशवा बाजीराव ने देश के लिए देखा था और हम यह कर रहे हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हमारा ऑपरेशन सिंदूर है।

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