नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क: भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में किए गए
एयरस्ट्राइक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बुधवार को विदेश मंत्रालय और सेनाओं ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ मंच पर मौजूद थीं सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका। प्रेस ब्रीफिंग शुरू होते ही स्क्रीन पर 1.40 मिनट की एक फिल्म चलने लगीएक इमोशनल डॉक्यूमेंट्री, जिसमें भारत पर हुए आतंकवादी हमलों की दास्तान थी।
यह दिखाया गया मोशनल डॉक्यूमेंट्री
फिल्म में सबसे पहले 2001 के संसद हमले का दृश्य सामने आता है लोकतंत्र के मंदिर में गोलियां, धुआं, और 9 लोगों की मौत। इसके बाद 2002 के
अक्षरधाम मंदिर हमले की झलक दिखाई देती है, जिसमें 31 लोग मारे गए और 80 घायल हुए। फिर 2008 के मुंबई हमलों की भयावह तस्वीरें आती हैं जिसमें होटल ताज से उठता धुआं, घायल नागरिक, और आंकड़े 164 मौतें, 300 घायल। इसके बाद 2016 का उरी हमला जिसमें 20 जवान शहीद हुए।
हर हमले के साथ एक संदेश गूंजता है: अब और नहीं सहेगा भारत
ब्रीफिंग में बताया गया कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके के अंदर 100 किलोमीटर तक घुसकर नौ आतंकी ठिकानों पर
सर्जिकल एयर स्ट्राइक की है। इसमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर स्थित अड्डा और लश्कर-ए-तैयबा का मुरिदके बेस भी शामिल है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने स्पष्ट कहा, “भारत ने सीमापार आतंकवाद का जवाब देने और रोकने का अधिकार पूरी मजबूती से इस्तेमाल किया है।
महिला अधिकारियों की मौजूदगी का संदेश
इस ब्रीफिंग में दो महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका की मौजूदगी रही। 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम उन महिलाओं के सम्मान में रखा गया है, जिनका सिंदूर आतंकवाद ने छीन लिया। सूत्रों के अनुसार यह नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुझाया गया था। कर्नल कुरैशी की उपस्थिति खासकर पहलगाम हमले में महिलाओं और पर्यटकों को धर्म पूछकर मारने की घटना के संदर्भ में, आतंकवाद के खिलाफ भारत की नैतिक ताकत का प्रतीक बनी। भारत ने दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है: अब चुप नहीं रहेगा, जवाब देगा—सैन्य रूप से भी और कूटनीतिक रूप से भी।