नागपुर, वाईबीएन नेटवर्क।
मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है। कोई इसे मिटाने की बात कर रहा है, तो कोई इसे ऐतिहासिक धरोहर मानकर संरक्षित रखना चाहता है। इस विवाद के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता सुरेश भैयाजी जोशी का बयान आया है, जिसमें उन्होंने इसे "गैर-जरूरी मुद्दा" बताया है।
"कब्र है तो है, इससे फर्क नहीं पड़ता" - भैयाजी जोशी
नागपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान भैयाजी जोशी ने कहा कि औरंगजेब यहीं मरा, उसकी कब्र सैकड़ों सालों से यहीं है और आगे भी रहेगी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि हर मुद्दे को राजनीति से जोड़ना सही नहीं है और इस पर बहस करना समय की बर्बादी है।
महाराष्ट्र में क्यों गरमाया कब्र विवाद?
महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर बीते कुछ महीनों से विवाद चल रहा है। नागपुर में इसे लेकर हिंसा भी हो चुकी है। हाल ही में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि कब्र को रहने दिया जाए, लेकिन इसके आसपास की संरचनाओं को हटा देना चाहिए और वहां एक बोर्ड लगाना चाहिए, जिसमें लिखा हो – "जिसने मराठों को नष्ट करने की कोशिश की, उसे यहीं दफनाया गया है।"
ASI प्रोटेक्टेड साइट है औरंगजेब की कब्र
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया दी और कहा कि औरंगजेब की कब्र पिछले 50 सालों से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित स्थल है। उनकी सरकार भी नियमों के अनुसार ही कार्रवाई करेगी। हालांकि, फडणवीस ने साफ किया कि औरंगजेब की कब्र का महिमामंडन किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी पर भैयाजी जोशी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नागपुर दौरे को लेकर भैयाजी जोशी ने कहा कि उनका आगमन एक महत्वपूर्ण अवसर पर हुआ। पीएम मोदी ने माधव नेत्रालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेकर इस प्रोजेक्ट की गरिमा बढ़ाई।
RSS और पीएम मोदी की अनौपचारिक चर्चा
जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री की RSS के साथ क्या बातचीत हुई, तो उन्होंने कहा कि संघ के लिए पीएम मोदी कोई नए नहीं हैं। वे कई बार संघ के कार्यक्रमों में आ चुके हैं। वे हार्डकोर स्वयंसेवक हैं। इस बार भी उनका दौरा भावनात्मक श्रद्धांजलि देने के लिए था।