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Avalanche Alert: मौसम की चाल उलटी-पलटी, बर्फबारी के बीच मंडराया एवलांच का खतरा!

उत्तराखंड समेत जम्मू कश्मीर, हिमाचल और लद्दाख में 'एवलांच' का ख़तरा फिर से मंडरा रहा है। रक्षा भू सूचना विज्ञान अनुसंधान  प्रतिष्ठान चंडीगढ़ ने अगले 24 घण्टों के लिए 'एवलांच' के खतरे का अलर्ट जारी किया है।

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Vibhoo Mishra
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देहरादून, वाईबीएन नेटवर्क।

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देशभर में इन दिनों मौसम का मिजाज किसी पहेली से कम नहीं है। कभी तेज ठंड तो कभी चटक धूप—जैसे कुदरत भी खेल खेल रही हो! लेकिन इसी मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच एक चिंताजनक खबर आ रही है। उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और लद्दाख के ऊँचाई वाले इलाकों में भारी एवलांच (हिमस्खलन) का खतरा मंडरा रहा है। रक्षा भू सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान, चंडीगढ़ ने अगले 24 घंटे के लिए चेतावनी जारी कर दी है।

इन इलाकों में सबसे ज्यादा खतरा

हिमालयी राज्यों में हाल ही में हुई भारी बर्फबारी के कारण एवलांच की संभावना और अधिक बढ़ गई है। उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के 3000 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एवलांच का अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं, उत्तरकाशी जिले को येलो अलर्ट पर रखा गया है।

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बर्फ की मोटी चादर ने बढ़ाई चिंता

हाल ही में हुई भारी बर्फबारी से कई इलाकों में 3 से 4 फीट तक बर्फ जम चुकी है। विशेष रूप से चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिले भारत-तिब्बत सीमा से जुड़े हुए हैं, जहां सेना, आईटीबीपी और एसएसबी की चौकियाँ स्थित हैं। ऐसे में सुरक्षा बलों और स्थानीय निवासियों के लिए खतरा और बढ़ जाता है।

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हिमाचल, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में भी खतरे की घंटी

सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, हिमाचल प्रदेश के चंबा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और किन्नौर जिलों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं, लद्दाख के कारगिल और जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा और गांदरबल जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है।

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प्रशासन ने दी चेतावनी—सतर्क रहें!

विशेषज्ञों के मुताबिक, 2950 मीटर से अधिक ऊँचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन आने की प्रबल संभावना है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को सतर्क रहने और ऊँचाई वाले इलाकों में अनावश्यक सफर से बचने की सलाह दी है।

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