/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/25/shubhanshu-shukla-2025-06-25-10-02-02.jpg)
ISRO का कमाल : शुभांशु शुक्ला आज होंगे अंतरिक्ष रवाना, क्या भारत बन गया स्पेस सुपरपावर? | यंग भारत न्यूज
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।Shubhanshu Shukla News:नासा के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम के प्रबंधक स्टीव स्टिच ने जानकारी दी है कि Axiom-4 मिशन के अंतर्गत अंतरिक्ष में गए चारों सदस्य 14 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर लौटेंगे। इस मिशन की लॉन्चिंग 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से हुई थी। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने 26 जून को 28 घंटे की यात्रा के बाद ISS पर डॉक किया था।
कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला?
- जन्म: 10 अक्टूबर 1985, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
- स्कूलिंग: सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (2001)
- मूल निवास: संडीला, हरदोई
- परिवार: पिता- शंभू दयाल शुक्ल (सेवानिवृत्त), मां - गृहिणी, पत्नी - डॉ. कामना (डेंटिस्ट), बेटा - कियास
- निकनेम: गुंजन
एनडीए में चयन से भारतीय वायुसेना तक का सफर
- 2003 में एनडीए में चयन
- 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना के फाइटर पायलट बने
- 2019 में विंग कमांडर की रैंक
- SU-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक समेत कई विमानों का संचालन
- 2,000 घंटे से अधिक उड़ान अनुभव
- फाइटर कॉम्बैट लीडर और टेस्ट पायलट
गगनयान मिशन के लिए हुई थी ट्रेनिंग
- 2019 में जब भारत ने गगनयान मिशन की घोषणा की, शुभांशु का सैन्य रिकॉर्ड और परीक्षण क्षमता उन्हें उम्मीदवार बना गई।
- 2021 में मॉस्को के गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण
- स्पेसक्राफ्ट ऑपरेशंस, ज़ीरो ग्रैविटी, आपात प्रोटोकॉल्स की ट्रेनिंग
- भारत वापसी के बाद ISRO के बेंगलुरु स्थित सेंटर में परीक्षण
- 27 फरवरी 2024 को गगनयान मिशन के चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों में से एक घोषित
कैसे बने Axiom-4 मिशन का हिस्सा?
ISRO और NASA के साझा मिशन के तहत Axiom Space Inc. की सिफारिश पर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को “प्राइम एस्ट्रोनॉट” के रूप में चुना गया और प्रशांत बालकृष्णन नायर को बैकअप एस्ट्रोनॉट बनाया गया। बता दें कि प्राइम एस्ट्रोनॉट वही होता है जिसे उड़ान के लिए अंतिम रूप से चुना जाता है, जबकि बैकअप किसी अनहोनी की स्थिति में तैयार रहता है। Astronaut|