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भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगी? ब्रिटेन-न्यूजीलैंड के साथ व्यापार समझौते से कितना फायदा होगा

सात 2028 तक भारत (India) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (Economy) बन सकती है। ऐसा दिग्गज इन्वेस्टमेंट कंपनी मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) की रिपोर्ट में कहा गया है।

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Ranjan Kumar
India-Newzland Trade

वाईबीएन डेस्क, नई दिल्ली। साल 2028 तक भारत (India) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (Economy) बन सकती है। ऐसा दिग्गज इन्वेस्टमेंट कंपनी मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) की रिपोर्ट में कहा गया है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2035 तक भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) 10.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है। फिलहाल यहां की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ रही है। भारत का ब्रिटेन के बाद फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (Free Trade Agreement) पूरा होने के बाद अब न्यूजीलैंड (New Zealand) के साथ भी दूसरे चरण की बातचीत पूरी हो चुकी है, जो उपरोक्त बातों की तस्दीक कर रहा है। आज (26 जुलाई) को दिल्ली में दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने बातचीत की।

न्यूजीलैंड के साथ सितंबर में अगली बातचीत 

सितंबर 2025 में अगली बातचीत न्यूजीलैंड में होगी। भारत के Ministry of Commerce and Industry ने बताया कि दूसरा दौर की बातचीत खत्म हो चुकी है। मई 2025 में पहला दौर हुआ था। समझौते की शुरुआत 16 मार्च 2025 को हुई थी। इन दोनों समझौते से स्पष्ट होता है कि भारत का ट्रेड नेटवर्क ग्लोबली मजबूत हो रहा है। 

दोनों देशों के बीच 10,800 करोड़ का कारोबार

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न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, दूसरे राउंड की बातचीत में सामान-सेवाओं के व्यापार, निवेश, सीमा शुल्क प्रक्रिया, तकनीकी नियम एवं व्यापार से जुड़ीं सुविधाएं और कृषि एवं स्वास्थ्य से जुड़े मानकों पर चर्चा हुई। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 10,800 करोड़ का रहा है। यह पिछले साल से 48% अधिक है। 

भारत से न्यूजीलैंड में निर्यात

दवाइयां, ऑटो पार्ट्स, मशीनें, कपड़े और बासमती चावल।

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न्यूजीलैंड से ये चीजें आती हैं भारत

ऊन, डेयरी प्रोडक्ट, सेब, कीवी, मांस, कोयला और लकड़ी।

दोनों देशों के बीच समझौते से क्या फायदा?

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न्यूजीलैंड (New Zealand) के साथ समझौते के बाद व्यापार में बढ़ोतरी होगी। दोनों देशों के बीच निवेश के नए-नए रास्ते खुलेंगे, जिसका इनकी अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा। भारत और न्यूजीलैंड (India and New Zealand) की कंपनियों को भरोसेमंद और सुरक्षित बाजार मिलेगा। भारत के लिए यह समझौता काफी फायदेमंद है, क्योंकि न्यूजीलैंड प्रशांत क्षेत्र का मजबूत देश है। न्यूजीलैंड (New Zealand) में प्रति व्यक्ति आयात काफी अधिक है। मतलब वहां भारतीय कंपनियों (Indian Companies) के लिए नए-बड़े अवसर मिलेंगे।

ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौते से कितना फायदा?

इसी सप्ताह भारत और ब्रिटेन (India and Britain) के बीच एक व्यापार समझौता हुआ है। इसके तहत ज्यादातर वस्तुओं और सेवाओं से टैरिफ हटा दिया जाएगा। मतलब भारत के कपड़ा उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी। दोनों देशों के बीच पिछले साल 55 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि इस समझौते से 2040 तक द्विपक्षीय व्यापार में 33.42 अरब डॉलर का इजाफा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 2030 तक निर्यात के 1 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ने का लक्ष्य रखा है। इस मकसद में ब्रिटेन (Britain) सबसे उच्च प्राथमिकता वाला साझेदार है।

ब्रिटेन में बनी शराब-व्हिस्की पर टैरिफ आधा

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर (PM Keir Starmer) का मानना है कि भारत में उनका निर्यात बढ़ेगा। इससे वहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे। ब्रिटेन निर्मित शराब और व्हिस्की पर टैरिफ आधा होगा। यह 75 प्रतिशत रह जाएगा। आगामी कुछ साल में और कमी आने की संभावना है। 

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