नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत ने मौसम विज्ञान की दुनिया में ऐतिहासिक छलांग लगाते हुए Bharat Forecast System (BFS) लॉन्च किया है। यह दुनिया का पहला ऐसा हाई-रिजॉल्यूशन स्वदेशी मॉडल है जो छह किलोमीटर के ग्रिड पर मौसम की सटीक भविष्यवाणी करेगा। पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) द्वारा विकसित यह सिस्टम अब बारिश, तूफान, गर्मी की लहर जैसी आपदाओं की जानकारी पंचायत स्तर तक देगा।
जानिए बीएफएस की प्रोसेसिंग क्षमता
अर्का सुपरकंप्यूटर द्वारा संचालित BFS की प्रोसेसिंग क्षमता 11.77 पेटाफ्लॉप्स है, जिससे मौसम मॉडल पहले से तीन गुना तेज़ी से चल सकेगा। पुराने सिस्टम की तुलना में अब सिर्फ चार घंटे में भविष्यवाणी उपलब्ध होगी। BFS की सबसे अहम विशेषता इसका दो घंटे का नाउकास्ट है, जो देशभर के 40 डॉपलर राडार से डेटा लेकर स्थानीय मौसम की त्वरित जानकारी देता है। जल्द ही यह संख्या 100 हो जाएगी जिससे हर गांव और कस्बा मौसम अपडेट से जुड़ जाएगा।
आपदा प्रबंधन में होगा क्रांतिकारी कदम
आपदा प्रबंधन, कृषि और प्रशासनिक योजना में यह सिस्टम क्रांतिकारी साबित होगा। अब बाढ़, तूफान और लू जैसी आपदाओं से पहले ही चेतावनी दी जा सकेगी। किसानों के लिए यह प्रणाली वरदान साबित होगी क्योंकि इससे बुवाई, सिंचाई और कटाई की सटीक योजना संभव हो पाएगी। BFS का डेटा ओपन-सोर्स रहेगा जिससे देश-विदेश के वैज्ञानिक इसका उपयोग कर सकेंगे। ISRO के INSAT और IRS सैटेलाइट्स से भी यह प्रणाली डेटा प्राप्त करती है, जिससे भारत अब उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है।
हर भारतीय को मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी
भारत फोरकास्ट सिस्टम न सिर्फ तकनीक की उपलब्धि है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह सिस्टम हर भारतीय को मौसम की सटीक जानकारी देकर जीवन और अर्थव्यवस्था दोनों को सुरक्षित बनाने में मदद करेगा।