नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
पंजाब के जलियांवाला बाग नरसंहार (Jallianwala Bagh massacre) की 106वीं बरसी से दो सप्ताह पहले कंजरवेटिव पार्टी के एक सांसद ने ब्रिटिश सरकार (Britain Government) से आग्रह किया है कि वह उस समय हुई गलती को स्वीकार करते हुए भारत के लोगों से औपचारिक रूप से माफी मांगे। हैरो ईस्ट से सांसद बॉब ब्लैकमैन (Bob Blackman) ने 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में हुए उस घातक नरसंहार को गुरुवार को ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में याद किया, जब लोग बैसाखी का त्योहार मनाने के लिए इकट्ठे हुए थे। इस दौरान उन्होंने जलियांवाला बाग नरसंहार के लिए माफी की मांग की।
ब्रिटिश सांसद ने उठाई माफी की मांग
सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा, “13 अप्रैल, 1919 को कई परिवार जलियांवाला बाग में एकत्र हुए थे। ब्रिटिश सेना की ओर से जनरल डायर ने अपने सैनिकों को भेजा और उन निर्दोष लोगों पर तब तक गोलियां चलाने का आदेश दिया जब तक कि सैनिकों के पास गोलियां खत्म न हो जाएं।” ब्लैकमेन ने आगे कहा, “उस नरसंहार में 1,500 लोग मारे गए और 1,200 घायल हो गए। इसके बाद जनरल डायर ब्रिटिश साम्राज्य पर लगे उस दाग के लिए बदनाम हुए। वर्ष 2019 में, तत्कालीन प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने स्वीकार किया था कि यह भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन पर एक दाग था।” ब्रिटिश सांसद ने माफी की मांग करते हुए कहा कि लेकिन क्या हम सरकार की ओर से बयान जारी कर सकते हैं, क्योंकि इस साल नरसंहार की 106 वीं बरसी है।
पूर्व पीएम ने जलियावाला नरसंहार को बताया धब्बा
आपको बता दें कि ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे 2019 में भारत की आधिकारिक यात्रा पर आईं थीं। इस दौरान वने जलियावाला हत्याकांड पर दुख जताते हुए कहा था कि 1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार की घटना ब्रिटिश भारतीय इतिहास पर शर्मसार करने वाला धब्बा है। हालांकि, ब्रिटिश सरकार की तरफ से आधिकारिक रूप से माफी नहीं मांगी गई थी। अब ब्रिटिश सांसद ने इस नरसंहार के सालों बाद ब्रिटेन सरकार से माफी मांगने की अपील की है।