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Mallikarjun Kharge : 20-30 सीटों की कमी से छूटा वैकल्पिक सरकार का सपना

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर कांग्रेस को 20-30 सीटें और मिलतीं तो केंद्र में वैकल्पिक सरकार बनाई जा सकती थी। उन्होंने कांग्रेस को सशक्त बनाने के लिए पार्टी नेताओं से एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।

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Vibhoo Mishra
कांग्रेस
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस के जिला इकाई प्रमुखों से बैठक में जो बयान दिया, वह सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को 20-30 सीटें और मिलतीं तो वे केंद्र में एक वैकल्पिक सरकार बना सकते थे। उनका यह बयान बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस की भविष्यवाणी और रणनीति को लेकर एक नया दृष्टिकोण पेश करता है।

'संविधान बचाओ' अभियान ने खोली बीजेपी की मंशा

खरगे ने कांग्रेस के 'संविधान बचाओ' अभियान का भी जिक्र किया, जिसने बीजेपी और आरएसएस की संविधान को बदलने की गुप्त मंशा को उजागर किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान न केवल पार्टी की विचारधारा को मजबूत कर रहा है, बल्कि बीजेपी की योजनाओं को भी बेनकाब कर रहा है। उनका मानना है कि यदि कांग्रेस को थोड़ी और सफलता मिलती, तो वे लोकतंत्र और संविधान पर हो रहे हमलों को रोक सकते थे।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रभाव

कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के सहयोग से कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी। उनकी टीम ने 100 सीटों तक सफलता पाई, जबकि बीजेपी उम्मीद कर रही थी कि वे 400 सीटों तक पहुंचेंगे। खरगे ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस को 20-30 सीटें और मिलतीं, तो वह भारत में एक मजबूत वैकल्पिक सरकार बना सकती थी।

जिला अध्यक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका

खरगे ने कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्षों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि वे केवल पार्टी के दूत नहीं हैं, बल्कि वे पार्टी के सेनापति हैं। उन्होंने सभी जिला अध्यक्षों से आह्वान किया कि वे मैदान में उतरकर नेतृत्व करें और पार्टी की विचारधारा को लोगों तक पहुँचाने का काम करें। इस बात को और स्पष्ट करते हुए, उन्होंने राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के साथ संवाद की अहमियत को भी माना।

कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी

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खरगे ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई केवल संसद तक सीमित नहीं होगी, बल्कि इसे सड़कों तक भी लेकर जाना होगा। उनका कहना है कि यह केवल राजनीतिक संघर्ष नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का संघर्ष है, जिसे कांग्रेस हर स्तर पर जारी रखेगी।

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