नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। 23 अप्रैल 2025 को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ अनजाने में फिरोजपुर जिले से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया। घटना के बाद से उनका परिवार लगातार उनकी सुरक्षित वापसी की अपील कर रहा है।
पत्नी रजनी शॉ का संघर्ष और आशा
जवान की पत्नी, रजनी शॉ, जो गर्भवती हैं, ने अपने पति की सलामती की खबर पाने के लिए पश्चिम बंगाल के रिशरा से पंजाब के पठानकोट और फिर फिरोजपुर की यात्रा की। उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की और भरोसा जताया कि बातचीत से समाधान जल्द निकल सकता है। अमृतसर से फ्लाइट लेकर वह परिवार के साथ कोलकाता लौट गईं।
BSF ने पाक रेंजर्स से की बातचीत, भेजा विरोध पत्र
बीएसएफ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान रेंजर्स के साथ कई फ्लैग मीटिंग की हैं। अधिकारियों का कहना है कि विरोध पत्र भेजा गया है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से जवान की सही स्थिति और वापसी की तारीख को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
रिहाई की उम्मीद, लेकिन पाक रवैये पर सवाल
सूत्रों के अनुसार, सामान्यतः इस प्रकार की घटनाएं शीघ्र सुलझ जाती हैं, लेकिन इस बार पाकिस्तान की अनिश्चितता और हालिया घटनाओं के कारण देरी हो रही है। बीएसएफ ने जवान की रिहाई के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
देश कर रहा जवान की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना
पूर्णम कुमार शॉ की सुरक्षित वापसी के लिए न सिर्फ उनका परिवार, बल्कि पूरा देश प्रार्थना कर रहा है। बीएसएफ को उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में सकारात्मक खबर सामने आ सकती है।