नई दिल्ली, आईएएनएस
दिल्ली की नवगठित भाजपा सरकार के लिए यमुना नदी को स्वच्छ बनाना सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। गुरुवार,20 फरवरी को शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के पहले दिन ही रेखा गुप्ता और उनके सभी कैबिनेट सहयोगी दिल्ली में यमुना तट पर स्थित वासुदेव घाट पर पहुंचे और यमुना आरती की।
यमुना की सफाई को लेकर प्रतिबद्ध सरकार
शपथ लेने के कुछ ही घंटे बाद यमुना आरती का कार्यक्रम इस बात को दिखाता है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत में यमुना की गंदगी के मुद्दे का कितना योगदान रहा और अब सरकार उसकी सफाई को लेकर किस कदर प्रतिबद्ध है।
सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई
यमुना आरती के उपरांत दिल्ली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई। इसमें मंत्री प्रवेश वर्मा, मनजिंदर सिंह सिरसा, आशीष सूद, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्रराज और पंकज कुमार सिंह शामिल हुए जिन्होंने आज रेखा गुप्ता के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी। दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी यहां यमुना घाट पर मौजूद रहे। इस दौरान मंत्रोच्चार के बीच यमुना आरती की गई। मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर प्रार्थना की। यहां भाजपा के कई बड़े नेता और दिल्ली के कई लोकसभा सांसद भी मौजूद रहे।
यमुना साफ नहीं हो सकी
दिल्ली में पिछले 10 साल से सत्ता में रही आम आदमी पार्टी की सरकार ने यमुना नदी को साफ करने के वादे किए थे। हालांकि, दो कार्यकाल बीतने के बावजूद दिल्ली में यमुना साफ नहीं हो सकी। यमुना नदी की गंदगी का मुद्दा दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी उठाया गया था। अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यमुना नदी को अपनी प्राथमिकता पर रखा है। चुनाव के दौरान भी भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में यमुना नदी को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने की बात कही थी।
जनता की पाई-पाई का हिसाब होगा
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करते हुए उनकी सरकार दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होकर काम करेगी। जनता की पाई-पाई का हिसाब होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अगले तीन साल में यमुना को साफ करने की रणनीति बनाई गई है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कई स्थानों पर यमुना नदी से गाद हटाने का काम भी शुरू हो गया है। सरकार गठन से महज कुछ दिन पहले दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण मुलाकात भी की थी। इसके बाद दिल्ली में कई स्थानों पर यमुना नदी से गाद एवं खरपतवार हटाने का काम शुरू किया गया है।