नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने पहुंचे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी।
राष्ट्रपति ने की सशस्त्र बलों की वीरता की सराहना
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों की वीरता और समर्पण की सराहना की, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को एक शानदार सफलता बना दिया। आपको बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के बारे में एक-एक डिटेल बताई थी। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सशस्त्र बलों की दुनियाभर में सराहना की जा रही है। भारत ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया, जिसके बाद संघर्ष विराम पर सहमति बनी।
भारत का ऑपरेशन सिंदूर
आपको बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान में आतंक के अड्डों को ध्वस्त कर दिया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई दिनों तक रिसर्च और रणनीति तैयार करने के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया। 6-7 मई की रात को करीब 1 बजे ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकवादियों के अड्डों को निशाना बनाया गया और मिसाइल दागी गईं। ऑपरेशन सिंदूर में लगभग 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर यहीं नहीं थमा, इसके बाद पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया गया। भारत ने पाकिस्तान के एयर बेसों को निशाना बनाया। 11 एयरबेस तबाह कर दिए गए। इसके बाद एलओसी के पास मौजूद आतंकियों का खात्मा किया गया। हालांकि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आम पाकिस्तानी नागरिकों को निशाना नहीं बनाया।
Operation Sindoor | President Draupadi Murmu | indian army