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Mock drill: गृह सचिव गोविंद मोहन करेंगे 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा

7 मई को देशभर में मॉक ड्रिल का आयोजन होगा। गृह सचिव गोविंद मोहन 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। जानिए क्या होंगे इस अभ्यास के प्रमुख बिंदु।

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Dhiraj Dhillon
मॉक ड्रिल की खबर

Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। देश के 244 जिलों में एक साथ नागरिक सुरक्षा अभ्यास की तैयारियां तेज हो गई हैं। केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन मंगलवार को इन तैयारियों की बैठक ली। केंद्रीय गृह सचिव ने इस मौके पर वर्चुअली विभिन्न राज्यों के साथ मिलकर मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा भी की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में सभी राज्यों के मुख्य सचिव, नागरिक सुरक्षा प्रमुख और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।। गृह मंत्रालय की निगरानी में मॉक ड्रिल का आयोजन 7 मई को सभी 244 चिन्हित नागरिक सुरक्षा जिलों में किया जाएगा। बुधवार को प्रस्तावित मॉक ड्रिल का उद्देश्य भारत- पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को परखना और मजबूत करना है।
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देश के विभिन्न हिस्सों से मॉक ड्रिल की तैयारियां

इस बीच देश के विभिन्न हिस्सों से मॉक ड्रिल की तैयारियों की खबरें मिल रही हैं। 7 मई को देशभर में मॉक ड्रिल आयोजित करने के गृह मंत्रालय का आदेश मिलने के बाद मंगलवार को लखनऊ पुलिस लाइन में सिविल डिफेंस, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने लखनऊ की पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया। मंगलवार को जम्मू- कश्मीर के स्कूलों में मॉक ड्रिल का अभ्यास कराया गया। स्कूल में छात्राओं को बताया गया है कि आपात स्थिति में खुद को कैसे सुरक्षित रखना है। वीडियो में देखें कि स्कूली छात्राओं को किस  तरह आपात स्थिति में छिपने का तरीका सिखाया गया। 

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क्या है मॉक ड्रिल का मकसद?

  • हवाई हमले की चेतावनी सायरनों का परीक्षण
  • शत्रु के हमले की स्थिति में नागरिकों को सुरक्षा उपायों का प्रशिक्षण
  • बंकरों की सफाई और निरीक्षण
  • ब्लैकआउट की प्रक्रिया का अभ्यास
  • महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा योजना का अद्यतन व पूर्वाभ्यास
  • वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो संचार लिंक का परीक्षण
  • आपात नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता की जांच
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क्यों जरूरी है यह मॉक ड्रिल?

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि, "आतंकी हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी अधिक सजा दी जाएगी।"गृह मंत्रालय के मुताबिक, "मौजूदा अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय हालात के मद्देनज़र नए और जटिल खतरों का सामना करने के लिए नागरिक सुरक्षा तंत्र को हर समय तैयार रहना जरूरी है।"

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