श्रीनगर, वाईबीएन नेटवर्क। जम्मू-कश्मीर पहलगाम में हुए आतंकी हमले (jammu kashmir attack) ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की असेंबली में आतंकी हमले की निंदा की गई है। जम्मू कश्मीर की विधानसभा में सोमवार को निंदा प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (CM Omar Abdullah) भावुक हो गए। सीएम ने भावुक होते हुए कहा कि मेरे पास माफी मांगने के लिए अल्फाज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस हमले (Pahalgam attack 2025) ने हमें अंदर से खोखला कर दिया है।
भावुक हुए सीएम उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने भावुक होते हुए कहा, ''स्पीकर साहब आप अपने आगे पीछे देखिए आपके आसपास ऐसे लोग बैठे हैं, जिन्होंने अपनों को खोया है। किसी ने यहां अपने पिता को खोया किसी ने अंकल को, हम में से कितने हैं जिनके ऊपर हमले हुए।'' उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे कुछ लोगों ने पूछा था कि हमारा कसूर क्या है? हम कुछ दिन पहले ही पहली बार कश्मीर आए थे, छुट्टी मनाने के लिए और इस छुट्टी का अब हमें जिंदगी भर खामियाजा भुगतान पड़ेगा। इस हमले ने हमें अंदर से खोखला कर दिया है। आतंकवाद और दहशतगर्दी का खात्मा तभी होगा, जब लोग हमारे साथ होंगे और आज हम वहां तक पहुंच रहे हैं, जब लोगों का साथ हमें मिल रहा है।
माफी मांगने के लिए अल्फाज नहीं थे...
सीएम उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah tribute) ने भावुक होते हुए कहा कि पर्यटन मंत्री होने के नाते हमने लोगों को न्योता दिया था यहां आने के लिए। मेजबान होने के नाते मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं सभी को यहां से सुरक्षित भेजूं, नहीं भेज पाया। सीएम ने कहा कि उस दिन मैं कंट्रोल रूम मौजूद था, जब हमने 26 लोगों को वहां श्रद्धांजलि दी। मेरे पास अल्फाज नहीं थे कि मैं क्या कहकर उनके घरवालों से माफी मांगू। सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि क्या कहता उन बच्चों को जिन्होंने अपने वालिद को खून में लिपटा देखा, उस नेवी अफसर के विधवा को, जिसकी शादी ही कुछ दिनों पहले हुई थी।
21 साल बाद सबसे बड़ा हमला
जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उत्तर से दक्षिण तक, पूरब से पश्चिम तक, पूरा मुल्क इस हमले की लपेट में आया है। उन्होंने कहा कि यह पहला हमला नहीं था। कई हमले होते देखे हैं। डोडा, अमरनाथ यात्रा, कश्मीरी पंडितों, सरदारों की बस्तियों पर हमले होते देखे। आम नागरिकों पर 21 साल के बाद इतना बड़ा हमला हुआ है।
राज्यपाल को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं उपराज्यपाल का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने हमारे कहने पर यह सत्र बुलाया। हमारे मंत्रिमंडल में जब इस हमले के बाद बैठक बुलाई गई, तब तय हुआ कि हम उपराज्यपाल से गुजारिश करेंगे कि वह एक दिन का सत्र बुलाएं। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह सत्र इसलिए बुलाया गया, क्योंकि न सांसद और न किसी और राज्य की असेंबली उन लोगों के दुख दर्द को उतना समझती है जितना यह जम्मू कश्मीर के असेंबली।''
: Jammu & Kashmir Pahalgam Terror Attack