नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क| कांग्रेस ने कोविड-19से हुई मौतों के आंकड़ों में कथित हेरफेर को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) के आंकड़े और सरकार के आधिकारिक आंकड़ों में बड़ा अंतर है। उन्होंने दावा किया कि 2021 में कोविड से होने वाली मौतों का वास्तविक आंकड़ा 20 लाख के करीब था, जबकि सरकार ने इसे महज 3.3 लाख बताया।
गुजरात में सबसे बड़ा अंतर: जयराम रमेश
रमेश ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में स्थिति सबसे भयावह रही। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने जितनी मौतें स्वीकार कीं, असल आंकड़ा उससे 33 गुना अधिक था। उन्होंने नागरिक पंजीकरण प्रणाली के डेटा का हवाला देते हुए कहा कि गुजरात में मौतों को सुनियोजित तरीके से कम कर पेश किया गया।
'महामारी के दौरान अमानवीय हरकतें'
रमेश ने केंद्र सरकार पर महामारी के दौरान असंवेदनशील और मूर्खतापूर्ण फैसले लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा: लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। जानबूझकर वैक्सीन की कमी पैदा की गई।ऑक्सीजन के अभाव में हुई सामूहिक मौतों को नजरअंदाज किया गया। महामारी के चरम पर भी प्रधानमंत्री बंगाल चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे। जयराम रमेश ने कहा, “इस सरकार से यह उम्मीद करना बेमानी है कि वह अपने घृणित कृत्य पर शर्मिंदगी महसूस करेगी। लेकिन जब इतिहास लिखा जाएगा, तो इस अमानवीयता और झूठ को अवश्य दर्ज किया जाएगा।”
सरकार ने क्या कहा?
इससे पहले, सरकारी सूत्रों ने दावा किया था कि 2020-2021 के दौरान भारत में कुल मृत्यु दर अपेक्षित मौतों से 9.3 प्रतिशत अधिक रही। यह आंकड़ा अमेरिका, इटली और रूस से कम बताया गया। हालांकि, कांग्रेस ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि असल आंकड़ों को छिपाने के लिए सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से हेरफेर किया।