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Congress और Pakistan के रिश्तों पर सवाल, Nishikant Dubey ने किए बड़े खुलासे

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस और पाकिस्तान के संबंधों पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए। जानें शाहनवाज खान, ISI और नेहरू के फैसलों से जुड़े बड़े खुलासे।

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Dhiraj Dhillon
Nishikant Dubey

Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Nishikant Dubey News: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस शासनकाल में कई ऐसे निर्णय लिए गए, जिन्होंने भारत की सुरक्षा और विदेश नीति पर विपरीत प्रभाव डाला। बता दें भाजपा सांसद लगातार कांग्रेस पर हमलावर हैं। वह सीजफायर को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड रेगन के पत्राचार को उउजागर करने के साथ ही कई महत्वपूर्ण खुलासे कर चुके हैं।
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विंदुवार जानिए निशिकांत दुबे के आरोप

केबिनेट मंत्री का बेटा पाकिस्तान की ओर से लड़ा
1965 और 1971 के युद्ध के दौरान भारतीय कैबिनेट मंत्री का बेटा पाकिस्तान सेना में था। दुबे के अनुसार, तत्कालीन केंद्रीय मंत्री मेजर शाहनवाज खान के पुत्र महमूद नवाज खान पाकिस्तान सेना में अधिकारी थे और भारत के खिलाफ लड़ाई में शामिल हुए थे।

ISI प्रमुख रहे शाहनवाज खान का भतीजा 
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मेजर शाहनवाज खान के भतीजे जहीरुल इस्लाम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख रहे और उनके कार्यकाल के दौरान ही मुंबई आतंकी हमला और बम धमाके हुए।

आजाद हिंद फौज का धन पाकिस्तान को दिया गया 
1953 में सिंगापुर में जमा आजाद हिंद फौज के धन का एक तिहाई हिस्सा नेहरू सरकार ने पाकिस्तान को दिया, वह भी शाहनवाज खान की सिफारिश पर।

कांग्रेस पर विभाजन को लेकर हमला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, "अगर शाहनवाज खान को मंत्री बनाया गया, तो जिन्ना और लियाकत अली की मूर्तियां भी कांग्रेस को लगानी चाहिए थी, क्योंकि वे भी 1946 तक आजादी की लड़ाई का हिस्सा थे।"

योगेन्द्र मंडल को क्यों नहीं बनाया मंत्री?
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भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सवाल उठाया कि पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री योगेन्द्र मंडल, जो 1952 के बाद भारत लौट आए थे, उन्हें कांग्रेस ने कभी मंत्री क्यों नहीं बनाया?

पाकिस्तान की आर्थिक और रक्षा स्थिति पर टिप्पणी

निशिकांत दुबे ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को “ऋण-निर्भर और अस्थिर” बताया। उन्होंने कहा- उन्होंंने एक्स पर लिखा है कि "1980 से पाकिस्तान अपने बजट का 20-25 प्रतिशत हिस्सा रक्षा पर खर्च करता आया है। IMF, सऊदी अरब और अमेरिका से उसे ऋण मिलता है। उनकी 80 प्रतिशत अर्थव्यवस्था ऋण पर आधारित है और वे कभी भी सोमालिया या सूडान जैसी स्थिति में पहुँच सकते हैं।"
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