नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क: कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को अपने नेताओं, प्रवक्ताओं और सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर पार्टी की
आधिकारिक लाइन से हटकर किसी भी प्रकार की बयानबाजी से बचें। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस संबंध में पार्टी पदाधिकारियों को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस की सार्वजनिक स्थिति केवल कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा पारित प्रस्ताव पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता, प्रवक्ता, मीडिया पैनलिस्ट और सोशल मीडिया विभाग के आधिकारिक हैंडल्स द्वारा दिए जाने वाले वक्तव्य, टिप्पणियां और प्रस्तुतियां उसी प्रस्ताव के अनुरूप होनी चाहिए।
पीएम मोदी को लेकर विवादास्पद पोस्ट की थी साझा
यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब हाल ही में कांग्रेस के आधिकारिक 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) हैंडल से
पीएम मोदी को लेकर एक विवादास्पद पोस्ट साझा किया गया। जिसमें मोदी को "गायब" बताया गया था और एक प्रतीकात्मक तस्वीर में उनका सिर नहीं दिखाया गया था। इस पोस्ट को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। इसके अतिरिक्त हाल के दिनों में कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा पहलगाम हमले पर पार्टी की निर्धारित लाइन से हटकर भड़काऊ और विवादास्पद बयान दिए गए हैं। जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है।
कांग्रेस एकजुटता के साथ राष्ट्र के साथ खड़ी है
अपने पत्र में केसी वेणुगोपाल ने लिखा, “कांग्रेस पार्टी पहलगाम में हुए निंदनीय आतंकी हमले से गहरे शोक में है और इस दुखद घड़ी में हम पूरी एकजुटता के साथ राष्ट्र के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब देश एकजुटता की अपेक्षा कर रहा है, कांग्रेस पार्टी को अपने आचरण और वक्तव्यों से परिपक्वता, जिम्मेदारी और एकता का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए ठीक वैसे ही जैसे पार्टी ने वर्षों से देश की सेवा करते हुए किया है, चाहे वह सत्ता में रही हो या विपक्ष में।
पहलगाम हमले पर सर्वसम्मत
वेणुगोपाल ने यह भी उल्लेख किया कि 24 अप्रैल 2025 को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव में पहलगाम हमले पर पार्टी की स्पष्ट और सर्वसम्मत स्थिति तय की गई है। उन्होंने कहा कि यही प्रस्ताव पार्टी की ओर से इस विषय पर किसी भी सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एकमात्र आधार होना चाहिए। उन्होंने लिखा, इसलिए यह निर्देशित किया जाता है कि पार्टी से जुड़े सभी लोग – चाहे वे नेता हों, प्रवक्ता हों, मीडिया पैनलिस्ट हों या सोशल मीडिया के अधिकारी – किसी भी प्रकार की सार्वजनिक टिप्पणी करते समय इस प्रस्ताव का पूर्ण रूप से पालन करें। इससे हटकर दिया गया कोई भी बयान या अनौपचारिक टिप्पणी गंभीर अनुशासनहीनता के दायरे में आएगी।
पूरी जिम्मेदारी और अनुशासन बनाए रखें
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा कि देश इस समय पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों के लिए न्याय की मांग कर रहा है, और साथ ही यह भी चाहता है कि सरकार इस संबंध में जवाबदेही सुनिश्चित करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रीय जिम्मेदारी की भावना के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है और हर राष्ट्रीय संकट की घड़ी में राष्ट्रहित को प्राथमिकता दी है। वेणुगोपाल ने पार्टी पदाधिकारियों से अपील की कि वे सार्वजनिक संवाद में पूरी जिम्मेदारी और अनुशासन बनाए रखें। उन्होंने यह भी दोहराया कि पार्टी की ओर से केवल वही व्यक्ति बोलें जिन्हें इसके लिए अधिकृत किया गया है और जो केवल 24 अप्रैल के सीडब्ल्यूसी प्रस्ताव में तय की गई पार्टी की स्थिति को ही प्रस्तुत करें। उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “इन निर्देशों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा और इसका परिणाम सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी को इस कठिन समय में अपने मूल आदर्शों और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए वही गरिमा और संयम प्रदर्शित करना चाहिए जिसकी अपेक्षा देश हमसे करता है।