नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण 6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। गौरतलब है कि लक्ष्मण सिंह, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं। वे लंबे समय से कांग्रेससे जुड़े रहे हैं और राज्य की राजनीति में एक प्रभावशाली चेहरा माने जाते हैं। हालांकि हाल के वर्षों में वे कई बार पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते देखे गए थे, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी।
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज
ग्रेसकां ने स्पष्ट किया है कि संगठन में अनुशासनहीनता और सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की नीतियों के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ अब सख्ती बरती जाएगी। इस निष्कासन के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या लक्ष्मण सिंह किसी अन्य पार्टी का रुख करेंगे, या फिर अपनी राजनीतिक राह अलग बनाएंगे।
अनुशासनहीनता और विवादित बयान अब बर्दाश्त नहीं होंगे
बता दें, मध्य प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने संगठन को लेकर बेहद स्पष्ट और सख्त तेवर दिखाए थे। उन्होंने कहा कि "लंगड़े घोड़े को अब रिटायर करना होगा।" अगर कोई पार्टी में अवरोध या गड़बड़ी पैदा करता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि अब से प्रदेश कांग्रेस की हर गतिविधि पर उनकी सीधी नजर रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर जिला अध्यक्षों के चुनाव में कोई हस्तक्षेप करता है, तो मैं खुद बदलाव करूंगा। उनका जोर साफ था “अब यह मेरा-तेरा नहीं, अब नई कांग्रेस बनेगी।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि बड़े नेताओं के पीछे दौड़ने की बजाय असली कार्यकर्ता बनें। संगठन में पुराने ढर्रे, चापलूसी और गुटबाजी को खत्म करने का यह सीधा संदेश था। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अनुशासनहीनता और विवादित बयान अब बर्दाश्त नहीं होंगे। पार्टी को मुश्किल में डालने वाले नेताओं पर तत्काल कार्रवाई होगी।