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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | देश में एक बार फिर कोरोना वायरस अपने पांव पसार रहा है। भारत में कोविड-19 के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसमें महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में नए संक्रमण के अधिकांश मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार 27 मई की रात तक देश में 1200 सक्रिय मामले है। पिछले एक हफ्ते में 823 नए मामले सामने आए। एक्टिव केस की संख्या बढ़कर अब 1000 से ऊपर पहुंच गई। मरने वालों की संख्या भी 12 हो गई है। पिछले हफ्ते ये आंकड़ा 257 था। सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आए हैं। राजधानी दिल्ली में केस की संख्या 104 है।
किस शहर में कितने मामले
देशभर में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1200 हो गई है। एक्टिव केसों की संख्या के लिहाज से केरल पहले स्थान पर है, जहां 430 मरीज हैं। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है, जहां कुल 325 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 316 सिर्फ मुंबई में हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र में 66, कर्नाटक में 36, गुजरात में 17, बिहार में 5 और हरियाणा में 3 नए मामले दर्ज किए गए। पूर्वोत्तर राज्यों में भी संक्रमण के केस सामने आने लगे हैं। अरुणाचल प्रदेश में मंगलवार को दो महिलाएं कोरोना संक्रमित पाई गईं, जिनमें एक को हल्का बुखार और खांसी है, जबकि दूसरी महिला में कोई लक्षण नहीं हैं। बिहार की राजधानी पटना में कोरोना वायरस के मामले देखने को मिले। 28 मई को छह नए कोविड संक्रमण की पुष्टि की गई। शहर में अब कुल 9 सक्रिय कोविड-19 मामले हैं।
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मंगलवार को 78 वर्षीय कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह राज्य में कोविड के नए वैरिएंट से पहली मौत है। वहीं नोएडा से पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 4 नए मामले सामने आए हैं, जिससे अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। इनमें 11 महिलाएं और 8 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में अब तक कुल 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। देश में कुल मृतकों की संख्या 12 हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 29-30 मई को प्रस्तावित यूपी-बिहार दौरे को देखते हुए दोनों राज्यों का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। निर्देश दिए गए हैं कि प्रधानमंत्री के 100 मीटर के दायरे में रहने वाले सभी लोगों की कोविड जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी।
इन देशों में भी कोरोना का कहर
एशियाई देशों में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। सिंगापुर, चीन, थाईलैंड और हॉन्गकॉन्ग में मामलों में तेजी देखी जा रही है। सिंगापुर में 13 मई तक 14,200 नए कोरोना मामले सामने आए हैं, जबकि थाईलैंड में 17 मई तक 33,030 नए मरीज दर्ज किए गए हैं। वहीं, हॉन्गकॉन्ग में 10 मई तक 1,042 नए केस सामने आए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नए वैरिएंट और बदलती मौसमीय परिस्थितियों के कारण संक्रमण में इज़ाफा हो रहा है। स्थिति को देखते हुए इन देशों में स्वास्थ्य सतर्कता बढ़ा दी गई है।
चार नए वैरिएंट की पहचान
देश के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में इज़ाफा देखने को मिल रहा है। इस बीच, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के निदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से लिए गए नमूनों में चार नए कोविड वैरिएंट की पहचान हुई है। ये वैरिएंट हैं - LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1। अन्य हिस्सों से भी नमूने लेकर जीनोमिक सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि किसी नए वैरिएंट की मौजूदगी का पता लगाया जा सके। हालांकि, अभी तक के मामलों में गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना ज़रूरी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इन वैरिएंट्स को फिलहाल "चिंताजनक" श्रेणी में नहीं रखा है, बल्कि उन्हें "निगरानी के तहत" माना है। एशिया के अन्य देशों, खासकर चीन में बढ़ते कोविड मामलों में भी यही वैरिएंट देखे जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, NB.1.8.1 वैरिएंट में A435S, V445H और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन पाए गए हैं, जो इसे अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक बनाते हैं। इसके अलावा, यह वैरिएंट कोविड के खिलाफ विकसित इम्यूनिटी को भी चकमा देने में सक्षम है। भारत में फिलहाल सबसे अधिक JN.1 वैरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। वर्तमान टेस्टिंग में 50 प्रतिशत से अधिक सैंपलों में यह वैरिएंट पाया गया है। इसके बाद BA.2 (26%) और ओमिक्रॉन की अन्य सब-लाइनिज़ (20%) की उपस्थिति दर्ज की गई है।
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