नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
देश की राजधानी दिल्ली से बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। तिहाड़ जेल में बंद दो सौ से अधिक सजायाफ्ता परोल पर बाहर निकले और फिर आज तक लौटकर नहीं पहुंचे। बड़ी बात यह है कि ऐसा करने वाले कैदियों में 65 प्रतिशत हत्यारे हैं, जो कोर्ट से दोषी साबित होने के बाद तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे। सूची में कई खूंखार गैंगस्टर और सीरियल किलर चंद्रकांत झा का नाम भी शामिल है। हालांकि उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर पेश कर दिया था। इन फरार कैदियों को दिल्ली पुलिस बड़ी सरगर्मी के साथ तलाश कर रही है।
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तिहाड़ जेल प्रशासन ने सौंपी सूची
पिछले महीने तिहाड़ जेल प्रशासन ने ऐसे फरार कैदियों की सूची दिल्ली पुलिस को भेजी है। इस सूची में 227 वो नाम हैं जो विभिन्न मामलों में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, इस बीच वे किसी बहाने से परोल या जमानत पर बाहर निकले और लौटकर जेल का रुख नहीं किया। तिहाड़ जेल प्रशासन से मिली सूची पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और क्राइम ब्रांच काम भी कर रही है। दिल्ली पुलिस सूची का सत्यापन करने के साथ ही फरार कैदियों की तलाश में जुटी है।
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148 हत्यारे भी सूची में शामिल
तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा दिल्ली पुलिस को भेजी गई सूची में 148 हत्यारे भी शामिल हैं। ये वो कैदी कैदी हैं हत्या के मामले में दोषी साबित होने के बाद तिहाड़ में सजा काट रहे थे और किसी बहाने से परोल या जमानत लेकर फरार हो गए, और निर्धारित समयावधि में जेल में सरेंडर नहीं किया।
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1989 का मामला सबसे पुराना
फरार हत्यारों की सूची के मुताबिक इनमें सबसे पुराना मामला वर्ष 1989 का है। दिल्ली कैंट थाने के इस मामले में मध्य प्रदेश के रहने वाला अनिल कुमार तिवारी हत्या के मामले में दोषी है। जानकारी के मुताबिक फरार कैदियों की सूची में तीन महिलाएं भी शामिल हैं, जो जेल से जमानत या परोल पर निकलीं और वापस सरेंडर करने के बजाय फरार हो गईं।
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