नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
दिल्ली-एनसीआर समते देश के कई राज्यों में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, एक भूकंप ने नई दिल्ली को हिलाया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गई। इसका केंद्र जमीन से महज पांच किलोमीटर की गहराई पर, 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था।
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दिल्ली पुलिस ने जारी किया सहयता नंबर
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के बाद दिल्ली पुलिस ने भी अलर्ट जारी करते हुए एक सहायता नंबर जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने भी एक्स पर लिखा, "हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी सुरक्षित हैं। आपातकालीन सहायता के लिए 112 डायल करें।''भूकंप के बाद देश भर में अलर्ट जारी है। आइए जानते है भूकंप के अलर्ट पर क्या तैयारियां है। ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए क्या नहीं।
ये ना करें
- अगर भूकंप आता है तो ऐसी जगह पर ना रुके जहां छत है। घर, दुकान या दफ्तर से कुरंत बाहर निकल जाए।
- ऊंची इमारतों में रहते हैं तो लिफ्ट का उपयोग करने से बचे, इसके बजाय सीढ़ियों से बाहर खुली जगहों पर जाए।
- जरूरी सामना लेने के चक्कर में समय बर्बाद ना करें, सीधें घर से बाहर चले जाए।
- बाहर भी जाएं तो बिजली की लाइनें या खंभे वाली जगह पर ना खड़े हों।
- आसपास बहुत सारे पेड़ हैं तो ऐसी जगह पर खड़े होने से भी बचें।
ये काम जरूर करें
- अगर आप घर के अंदर हैं और बाहर नहीं निकल सकते हैं तो किसी मजबूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे छिप जाएं।
- अगर आप चलती गाड़ी में हैं तो अपनी गाड़ी को तुरंत रोकें और गाड़ी में ही रहें, जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती।
- गाड़ी किसी पुल या रैंप पर खड़ी करके न रूकें, इसकी जगह पर किसी नॉर्मल सड़क पर गाड़ी को रोकें।
इस कारण दिल्ली होता है भूकंप का केंद्र
राजधानी दिल्ली भूकंप के जोन 4 में आती है। ऐसे में यहां भूकंप की 7 तीव्रता से ज्यादा हो सकती है, जिससे ज्यादा तबाही हो सकती है। एनसीआर हिमालयी के नजदीक है,इस वजह से भी यहां भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। राजधानी में आबादी भी बेहद घनी है, जो भूकंप के लिहाज से बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। कुछ साल पहले आई एक रिपोट के मुताबिक दिल्ली में आधे से ज्यादा इमारतें भूकंप के लिहाज से नहीं बनाई गई हैं। ऐसे में 7 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर जान-माल को नुकसान पहंच सकता है। भूकंप के लिहाज से देश को 4 सिस्मिक जोन में बांटा गया है। इसमे जोन 2, जोन 3, जोन 4 और जोन 5 हैं। दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्र जोन 4 मे शामिल है। वहीं जोन 5 में आने वाले इलाकों को सबसे संवेदनशील माना जाता है।
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पीएम ने की सतर्क रहने की अपील
भूकंप की कम गहराई और इसका केंद्र दिल्ली में होने के कारण, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में इसका अधिक प्रभाव महसूस किया गया। काफी समय बाद भूकंप का केंद्र दिल्ली में आया, जिससे यहां के लोगों को काफी देर तक झटके महसूस हुए। इस घटना के बाद पीएम मोदी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की।