श्रीनगर, वाईबीएन डेस्क: जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा के नादेर, त्राल इलाके में गुरुवार की सुबह सुरक्षा बलों और संदिग्ध आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, इस दौरान तीन आतंकियों को सेना ने ढेर कर दिया। जैश ए मोहम्मद के आतंकी छिपे होने की खबर के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया था, जिसके बाद आतंकियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। इन आतंकियों के नाम आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट्ट हैं। बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के दौरे से पहले आतंकियों का एनकाउंटर किया गया है।
13 मई को लश्कर के तीन आतंकी मारे गए थे
तीन दिन के अंदर आतंकियों से मुठभेड़ की यह दूसरी बड़ी घटना है। कश्मीर पुलिस ने मुठभेड़ के संबंध में समाचार एजेंसी पर मुठभेड़ के बारेमें सूचना दी है। उल्लेखनीय है कि 13 मई को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के शुकरू वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों और लश्कर-ए-तैयबा (LET) के आतंकियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए। इनमें संगठन का शीर्ष कमांडर शाहिद कुट्टे, अदनान शफी और पुलवामा निवासी अहसान-उल-हक शेक जैसे खूंखार आतंकी शामिल थे। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है, जिनका वीडियो सामने आया है।
खतरनाक हथियार घाटी तक कैसे पहुंचे?
लश्कर-ए-तैयबा (LET) के आतंकियों से बरामद हथियारों में एके-47 राइफलें, मैगजीन, ग्रेनेड और अन्य घातक हथियार शामिल हैं। लेकिन इस कार्रवाई के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आख़िर इतना बड़ा हथियारों का जखीरा घाटी में पहुंचा कैसे? अब जांच एजेंसियां इस बात की तह तक जाने में जुटी हैं कि ये हथियार घाटी में कब, कैसे और कहां से पहुंचे। क्या इसमें स्थानीय नेटवर्क की कोई भूमिका रही? क्या सीमा पार से कोई नया सप्लाई चैन एक्टिव किया गया है? या फिर हाल ही में हुए भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद आतंकी संगठनों को पाकिस्तान से नए निर्देश मिले हैं?
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