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किस्सा कुर्सी का है....विदेश मंत्री S. Jaishankar ने Emergency को लेकर नेहरू-गांधी परिवार पर बोला जुबानी हमला

25 जून 1975 को इंदिरा सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल को लेकर भाजपा कांग्रेस को घेर रही है। शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार पर हमला बोला।

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Pratiksha Parashar
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कआपातकाल (Emergency) की 50वीं वर्षगांठ पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) कांग्रेस (Congress) पर लगातार हमलावर है। भाजपा इस दिन को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में चिन्हित कर रही है। शुक्रवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित एक मॉक पार्लियामेंट के उद्घाटन सत्र में भाग लिया, जहां उन्होंने आपातकाल के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार को कटघरे में खड़ा किया।

ये सब एक परिवार की वजह से हुआ

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित मॉक पार्लियामेंट के उद्घाटन सत्र में आपातकाल पर बात करते हुए कहा कि आज आप लोगों को समझना चाहिए कि ये सब क्यों हुआ? उन्होंने कहा कि ये एक परिवार की वजह से हुआ, एक फिल्म है 'किस्सा कुर्सी का'... ये तीन शब्द बताते हैं कि आपातकाल की वजह क्या थी। जयशंकर ने कहा कि जब एक परिवार, परिवार को देश से बड़ा समझता है, तो आपातकाल जैसी स्थिति पैदा होती है।

लोगों को उठाकर जेल में डाला जा रहा था...

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि आपातकाल (Emergency) के समय देश में भ्रष्टाचार और महंगाई अपने चरम पर थीं। हालात इतने बिगड़ चुके थे कि छात्रों को उनके कैंपस से जबरन उठाकर जेलों में डाला जा रहा था। जो लोग उस दौर में गिरफ्तार हुए, उन्होंने तत्कालीन सरकार के अन्यायपूर्ण फैसलों के खिलाफ साहस दिखाया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि आपातकाल का मुद्दा केवल राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और नागरिकों के जीवन पर पड़े गंभीर असर से जुड़ा मामला है। उस समय संविधान का खुलकर उल्लंघन किया गया और लोगों की आज़ादी छीनी गई। जयशंकर ने स्पष्ट कहा कि आपातकाल एक परिवार के हितों की रक्षा के लिए थोपा गया था, लेकिन इसकी कीमत पूरे देश को चुकानी पड़ी।

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