नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा की गई जवाबी
कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी स्थिति को बचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में ठोस तथ्यों के साथ अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि जब UNSC में पहलगाम हमले को लेकर चर्चा हो रही थी, तब पाकिस्तान ने TRF (The Resistance Front) की भूमिका पर आपत्ति जताई। जबकि यही संगठन इस हमले की दो बार जिम्मेदारी ले चुका है। उन्होंने पाकिस्तान के इस रुख को दोहरे मापदंड वाला बताया।
हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे
विक्रम मिसरी ने आगे कहा कि भारत की सैन्य प्रतिक्रिया पूरी तरह "गैर-उत्तेजक, सटीक और
संतुलित" रही है। उन्होंने साफ किया कि भारत की यह कार्रवाई कोई आक्रमण नहीं, बल्कि आतंकी हमले के जवाब में एक सीमित और रणनीतिक ऑपरेशन थी। भारत ने किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया, केवल उन आतंकी ढांचों को टारगेट किया जो भारत में हमले की साजिश रच रहे थे। उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोगों ने पाकिस्तान की निंदा की हैै। सिंधू जल समझौते पर पाकिस्तान का सहयाेग नहीं था।
हर हिमाकत का जिम्मेदार पाकिस्तान खुद होगा
विक्रम मिसरी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमले केवल आतंवाद पर वार किया है, लेकिन इसके बाद जिस तरह से पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के 15 शहरों पर हवाई हमलों की कोशिश की वह अब भारत को उकसा रह है। उन्होंने कहा कि हम जंग नहीं चाहते हैं, लेकिन अगर उसने हिमाकत की तो उसको मुंह तोड़ जवाब देगा। पाकिस्तान केवल प्रोपेग्रेंड़ा फैला रहा है।
भारत ने नाकाम की किया का हमला
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाया पाकिस्तान नापाक हरकतों पर उतर आया है। गुरुवार को पाकिस्तान ने भारत के कई सैनिक ठिकानों पर मिसाइल हमले करने की कोशिश की। हालांकि भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इसका जोरदार जवाब दिया है।