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I love Mohammad पोस्टर विवाद :बरेली दौरे पर जा रहे सपा नेताओं को पुलिस ने मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोका

‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद के बाद समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बरेली में प्रभावित लोगों से मिलने जा रहा था, लेकिन पुलिस ने उन्हें मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोक दिया। सपा सांसद हरेंद्र मलिक, मोहिबुल्लाह और इकरा हसन सहित कई नेता इस डेलिगेशन में शामिल थे।

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Ranjana Sharma
avika 8 (6)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्‍क: 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद के बाद बरेली दौरे पर निकले समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोक दिया गया है। सपा सांसद हरेंद्र मलिक के साथ मोहिबुल्लाह और इकरा हसन शनिवार को दिल्ली से बरेली के लिए निकले थे, लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक दिया।

बरेली में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं 

सपा सांसद मोहिबुल्लाह ने आईएएनएस से कहा कि बरेली में कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक खास समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। पार्टी के निर्देश पर शनिवार को प्रतिनिधिमंडल उन लोगों को देखने के लिए जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह नफरत और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई है, जिसमें समाजवादी पार्टी की जीत होगी। मोहिबुल्लाह ने यह भी कहा कि पुलिस ने बैरिकेडिंग की है, लेकिन हम लोग बरेली जाकर रहेंगे।

अपने ही देश में हमारे साथ बुरा व्‍यवहार किया जा रहा है

पुलिस की तरफ से रोके जाने पर सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि अपने देश और प्रदेश में जाने पर भी हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, अगर आतंकवादियों के साथ भी इस तरह का व्यवहार होता तो पुलवामा और पहलगाम अटैक न होते। उनको रोका जाना चाहिए था, यही असली बहादुरी थी। हरेंद्र मलिक ने कहा, 'हम बरेली में लोगों के घाव पर मरहम लगाने के लिए जा रहे हैं। प्रदेश में जो सरकार की विचारधारा के लोग नहीं हैं, उन्हें टारगेट करने की कोशिश की जा रही है।

बरेली में जो हालात हैं वह चिंताजनक 

सांसद इकरा हसन ने कहा कि बरेली में जो हालात बनाए गए हैं, उन्हें देखते हुए सभी के मन में चिंता है। लगातार एक समुदाय को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' यह एक पॉजिटिव संदेश है। इसमें नफरत वाली कोई बात नहीं है, लेकिन इससे चिढ़ने के कारण प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और इसमें सत्ता का हाथ है। समाजवादी पार्टी ने बरेली में प्रदर्शनकारियों के ऊपर लाठीचार्ज के बाद उनसे मुलाकात के लिए 14 सांसदों और विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला लिया था। इसमें समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे भी शामिल हैं। हालांकि, इन दोनों नेताओं को बरेली निकलने से पहले ही उनके घर में नजरबंद किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।

इनपुट-आईएएनएस
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