नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | ऑपरेशन 'सिंदूर'के बाद भारत को एक बड़ी कूटनीतिक सफलता मिली है। कोलंबिया ने पाकिस्तान में मौतों पर दिए गए अपने विवादित बयान को वापस ले लिया है, जिसे भारत ने आतंकवाद और निर्दोष नागरिकों के बीच फर्क को नजरअंदाज करने वाला बताया था। इस बदलाव में अहम भूमिका निभाई कांग्रेस सांसद शशि थरूरने, जो सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए कोलंबियाई कांग्रेस पहुंचे। वहां उन्होंने कोलंबिया के प्रतिनिधि सभा के दूसरे आयोग के अध्यक्ष सांसद एलेजांद्रो टोरो और सीनेट के सदस्यों से मुलाकात की।
आतंकवाद और आत्मरक्षा में फर्क जरूरी”
बैठक के बाद थरूर ने दो टूक कहा, "एक तरफ आतंकवादियों और दूसरी तरफ निर्दोष नागरिकों के बीच कोई समानता संभव नहीं है। हमारे देश पर हमला करने वालों और अपने देश की रक्षा करने वालों को एक नजर से देखना न केवल गलत है, बल्कि निंदनीय भी है।"उन्होंने कहा कि भारत को खुशी है कि कोलंबिया ने अब यह बात समझी है और विवादित बयान को वापस लेकर भारत के रुख का समर्थन किया है।
विदेश मंत्रालय से भी हुई सकारात्मक बातचीत
शशि थरूर ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया के वरिष्ठ उप विदेश मंत्री से भी मुलाकात की।"उन्होंने हमें बताया कि विवादास्पद बयान को वापस ले लिया गया है और जल्द ही भारत के प्रति समर्थन व्यक्त करने वाला औपचारिक बयान जारी किया जाएगा।"
गांधी की प्रतिमा के सामने दिया अहिंसा का संदेश
अपने दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया के एक प्रमुख विश्वविद्यालय परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी श्रद्धांजलि दी। थरूर ने कहा, "हमें गर्व है कि हम गांधी की भूमि से हैं। उन्होंने हमें अहिंसा और शांति का रास्ता दिखाया। हम स्वतंत्र रहेंगे और भय में नहीं जिएंगे।"भारतीय प्रतिनिधिमंडल की कोलंबियाई कांग्रेस (सीनेट व प्रतिनिधि सभा) में सार्थक उपस्थिति रही, जहां उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में शांति, संप्रभुता और वैश्विक आतंकवाद के मुद्दों पर भारत का पक्ष मजबूती से रखा।